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नई दिल्ली। देशभर में भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल निर्धारित समय से पहले ही केरल के तट पर पहुंच सकता है। आगामी 4 से 5 दिनों के भीतर मानसून के आगमन की संभावना जताई जा रही है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि दक्षिण अरब सागर और उससे सटे क्षेत्रों में हवाओं की दिशा और गति में परिवर्तन देखा जा रहा है, जो मानसून की दस्तक का संकेत है। यदि यह रफ्तार बनी रही तो 25 मई से पहले ही मानसून केरल में प्रवेश कर सकता है, जबकि सामान्यतः यह एक जून के आसपास पहुंचता है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि दक्षिणी हिंद महासागर में बन रहे अनुकूल परिस्थितियां और हवा में नमी की मात्रा मानसून के समय से पहले आने की पुष्टि कर रही हैं। मॉनसून की जल्दी शुरुआत का असर देश के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिल सकता है, जिससे खेती और जल संकट से जूझ रहे इलाकों को राहत मिलने की उम्मीद है।

केरल में समय से पहले बारिश शुरू होने से कृषि कार्यों की शुरुआत भी जल्द हो सकती है। वहीं, तापमान में गिरावट आने से लोगों को भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलेगी। खासकर उत्तर भारत के राज्यों में जहां पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, वहां लोग मानसून की जल्दी आमद का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

हालांकि मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि मानसून की प्रगति और उसका प्रभाव कई कारकों पर निर्भर करता है, इसलिए इसकी सटीक भविष्यवाणी के लिए लगातार निगरानी जरूरी है।

यदि अनुमान सही साबित होते हैं, तो यह देश के लिए राहत की बड़ी खबर हो सकती है और समय से पहले मानसून इस बार खेती-बाड़ी और जल प्रबंधन में भी अहम भूमिका निभा सकता है।
 

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