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Up Kiran, Digital Desk: एयर इंडिया के अहमदाबाद-लंदन विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद इस बात को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि यह दुर्घटना क्यों हुई। हालांकि, भारत में विमानों में अचानक तकनीकी खराबी आना कोई नई बात नहीं है। तकनीक और एआई के जरिए ऐसी खराबी को कम करने की कोशिशें जारी हैं। 2022 से देश में एयर इंडिया के विमानों में 'खराबी' की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
विमानों की खराबी के बारे में 'हमारी टीम' को मिले आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2022 से 2024 के बीच देशभर में विभिन्न कंपनियों के विमानों में 1,426 'खराबी' सामने आईं। इसमें से 'एयर इंडिया' और 'एयर इंडिया एक्सप्रेस' के विमानों में 313 खराबी पाई गईं। इसमें 'एयर इंडिया' में 220 और 'एयर इंडिया एक्सप्रेस' में 93 खराबी शामिल हैं।
कंपनीवार खामियां
वर्ष 2022 से 2024 के बीच विभिन्न एयरलाइनों में पाई गई तकनीकी खामियों के आंकड़े कुछ अहम रुझान दिखाते हैं। इंडिगो एयरलाइंस में वर्ष 2022 में सबसे अधिक 471 खामियां दर्ज की गईं, जो 2023 में घटकर 115 रह गईं, मगर 2024 में यह संख्या बढ़कर 130 हो गई। स्पाइसजेट की बात करें तो 2022 में 150 खामियां थीं, जो 2023 में मामूली कमी के साथ 143 और 2024 में तेजी से गिरकर सिर्फ 34 रह गईं। एयर इंडिया में 2022 में 64, 2023 में 62 और 2024 में 94 तकनीकी खामियां दर्ज की गईं, जो 2024 में स्पष्ट वृद्धि को दर्शाता है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस (ए. इन. एक्सप्रेस) में 2022 और 2023 दोनों वर्षों में 23-23 खामियां रहीं, मगर 2024 में इनकी संख्या बढ़कर 47 हो गई। विस्टा एयरलाइन में 2022 में केवल 3, 2023 में 14 खामियां सामने आईं, वही 2024 में कोई भी खामी दर्ज नहीं की गई। एयर एशिया ने 2022 में 8 और 2023 में 16 खामियों की रिपोर्ट दी, मगर 2024 में शून्य खामियां दर्ज की गईं। अकासा एयरलाइन में 2022 में 1 खामी थी, 2023 में कोई नहीं और 2024 में 7 खामियां पाई गईं। एलायंस एयर में 2022 में 3, 2023 में 6 और 2024 में 11 तकनीकी खामियां सामने आईं। ये आंकड़े बताते हैं कि कुछ एयरलाइनों ने अपनी सेवाओं में सुधार किया है, वही कुछ के लिए सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
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