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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के विकास की रफ्तार एक बार फिर तेज़ होने जा रही है। केंद्र सरकार ने प्रदेश को तकनीकी प्रगति की दिशा में एक और अहम सौगात दी है गौतमबुद्ध नगर में एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर (EMC) की स्थापना का निर्णय लिया गया है। अनुमान है कि इस परियोजना से न केवल हज़ारों युवाओं को रोज़गार मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र प्रदेश का एक नया टेक्नोलॉजी हब बनकर उभरेगा।
417 करोड़ की लागत, हजारों रोजगार
गौतमबुद्ध नगर में बनने जा रहे इस इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर की कुल लागत लगभग 417 करोड़ रुपये तय की गई है। इस क्लस्टर का उद्देश्य प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के निर्माण, नवाचार और वैश्विक मानकों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि यह पहल ‘डबल इंजन सरकार’ के उस वादे को मजबूत करती है, जिसमें उत्तर प्रदेश को आर्थिक और औद्योगिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की बात कही गई थी।
क्या है EMC 2.0 परियोजना?
EMC 2.0 योजना भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य देश में सस्टेनेबल और प्रतिस्पर्धात्मक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम विकसित करना है। इसके तहत राज्यों को विशेष वित्तीय सहायता दी जाती है ताकि वे उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर और उद्योग-अनुकूल माहौल तैयार कर सकें।
गौतमबुद्ध नगर में प्रस्तावित क्लस्टर न केवल निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, बल्कि इससे 15,000 से अधिक नए रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
यूपी की बदलती छवि
कुछ साल पहले तक उत्तर प्रदेश को केवल एक कृषि प्रधान राज्य के रूप में देखा जाता था। लेकिन हाल के वर्षों में राज्य ने बिजनेस, स्टार्टअप और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बड़ी छलांग लगाई है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे जैसे क्षेत्र अब वैश्विक कंपनियों के लिए पसंदीदा निवेश गंतव्य बन चुके हैं।
‘विकसित भारत’ की दिशा में एक और कदम
यह क्लस्टर उत्तर प्रदेश को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में एक निर्णायक कड़ी माना जा रहा है। यह परियोजना 'मेक इन इंडिया' और 'डिजिटल इंडिया' जैसे अभियानों को और गति देगी, साथ ही प्रदेश के युवाओं को अपने ही घर में हाई-टेक रोजगार के मौके उपलब्ध कराएगी।
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