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Up Kiran, Digital Desk: इस बार बरेली-मुरादाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में राजनीतिक माहौल कुछ अलग सा दिख रहा है। भाजपा की ओर से मौजूदा एमएलसी हरिसिंह ढिल्लो चुनाव मैदान में उतरने की संभावना है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। बसपा के जिलाध्यक्ष निर्मल सागर के अनुसार, पार्टी ने सभी विधानसभा अध्यक्षों और प्रभारी को वोट बनवाने के लिए फार्म वितरित कर दिए हैं। साथ ही, पहचान पत्र जैसे आधार और पैन कार्ड जमा करने का निर्देश भी दिया गया है। 16 अक्टूबर को लखनऊ में मायावती की बैठक में चुनावी रणनीति पर अंतिम निर्णय होगा।

सपा और कांग्रेस अभी भी अपने-अपने उम्मीदवार तय करने में लगे हैं। मगर इस बार चुनाव की दिलचस्पी छोटे दल और कई निर्दलीय उम्मीदवारों की सक्रियता में भी नजर आ रही है। पिछले चुनावों के आंकड़े बताते हैं कि भाजपा और सपा के अलावा अन्य छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों को कुल 7,769 वोट मिले थे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ये छोटे दल और स्वतंत्र उम्मीदवार चुनावी मुकाबले में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष सुमित कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी ने अभी तक अपनी रणनीति अंतिम रूप नहीं दी है, लेकिन जल्द ही वोट बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई तय होगी।

इस बार की लड़ाई मुख्य पार्टियों के बीच सीमित नहीं रहेगी। छोटे दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना असर दिखा सकते हैं। यदि बसपा और छोटे दल अपनी रणनीति सफल बनाते हैं तो चुनाव और भी रोमांचक और अप्रत्याशित हो सकता है। पिछली बार भाजपा के हरिसिंह ढिल्लो 12,827 वोट लेकर विजेता रहे थे, जबकि सपा के संजय कुमार मिश्र 4,864 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे।