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Up kiran,Digital Desk : क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि सुबह जब आप खाली पेट अपनी शुगर चेक करते हैं, तो वो बढ़ी हुई आती है? लेकिन जब आप तीन महीने वाली HbA1c रिपोर्ट देखते हैं, तो वो बिल्कुल नॉर्मल होती है। यह स्थिति बहुत कन्फ्यूजिंग होती है और अक्सर लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जो कि एक बड़ी गलती हो सकती है।

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो दबे पाँव शरीर में आती है। इसकी शुरुआती स्टेज को प्रीडायबिटीज कहते हैं, जिसमें आपका ब्लड शुगर नॉर्मल से ज़्यादा तो होता है, लेकिन इतना भी नहीं कि उसे टाइप-2 डायबिटीज कहा जाए। अच्छी ख़बर यह है कि इस स्टेज से आप अपनी ज़िंदगी को पटरी पर वापस ला सकते हैं।

लेकिन अगर आपकी फास्टिंग शुगर लगातार बढ़ी हुई आ रही है, तो यह एक इशारा है कि आपके शरीर के अंदर कुछ ठीक नहीं चल रहा। आइए, समझते हैं कि ऐसा क्यों होता है।

HbA1c रिपोर्ट और फास्टिंग शुगर में क्या फ़र्क है?

  • HbA1c रिपोर्ट: यह आपके 3 महीने के 'एवरेज मार्क्स' की तरह है। यह बताता है कि पिछले 3 महीनों में आपकी शुगर औसतन कितनी रही।
  • फास्टिंग शुगर: यह आपके उस दिन के 'एक सब्जेक्ट के टेस्ट' की तरह है, जो आपने सुबह-सुबह दिया।

हो सकता है आप रोज़ सुबह एक घंटे के लिए 'फेल' हो रहे हों (यानी आपकी शुगर हाई हो), लेकिन बाकी 23 घंटे 'पास' होने की वजह से आपका एवरेज सुधर जाता है और HbA1c रिपोर्ट नॉर्मल आ जाती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि खतरा नहीं है।

तो सुबह-सुबह ही क्यों बढ़ती है शुगर?

  1. सुबह का अलार्म (Dawn Phenomenon): हमारा शरीर भी सुबह उठने की तैयारी करता है। सुबह 4 से 8 बजे के बीच, शरीर हमें जगाने और दिनभर के लिए एनर्जी देने के लिए कुछ हॉर्मोन बनाता है। ये हॉर्मोन लिवर को थोड़ी शुगर बनाने का सिग्नल देते हैं। जिन लोगों का शरीर इंसुलिन को ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता, उनके खून में यह शुगर बढ़ जाती है।
  2. रात का असर (Somogyi Effect): अगर आप इंसुलिन लेते हैं और रात में आपकी शुगर बहुत कम हो जाती है, तो शरीर घबराकर खुद को बचाने के लिए उल्टा ज़्यादा शुगर बना देता है, जिससे सुबह शुगर बढ़ी हुई मिलती है।
  3. खराब नींद: रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना या गहरी नींद न आना भी हॉर्मोन्स का संतुलन बिगाड़ देता है, जिससे सुबह की शुगर बढ़ सकती है।

फास्टिंग शुगर को कैसे लाएं कंट्रोल में?

  • रात का खाना बदलें, सुबह की शुगर बदलेगी: रात के खाने में रोटी-चावल कम और प्रोटीन (दाल, पनीर, अंडा, चिकन) और फाइबर वाली सब्ज़ियाँ ज़्यादा खाएं। मैदे या सफेद आटे की रोटी बिल्कुल न खाएं।
  • खाने के बाद 15 मिनट की सैर: यह नियम बना लें। खाने के तुरंत बाद 15-20 मिनट टहलना जादू की तरह काम करता है। यह खाने से बढ़ी हुई शुगर को तुरंत कंट्रोल करता है।
  • देर रात स्नैक्स को कहें 'ना': सोने से ठीक पहले कुछ भी खाने की आदत छोड़ दें। अगर भूख लगे तो हल्दी वाला फीका दूध पी सकते हैं।
  • सुकून की नींद है दवा: हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद लेने की कोशिश करें। नींद कोई मामूली चीज़ नहीं है, यह आपके हॉर्मोन्स का रिसेट बटन है।

अगर आपकी भी फास्टिंग शुगर बढ़ी हुई आती है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। यह आपके शरीर का एक सिग्नल है कि अब आपको अपनी सेहत पर ध्यान देने की ज़रूरत है।