बिहार में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा दिए जाने की तैयारी के मध्य झारखंड में भी पारा शिक्षकों को वेतनमान देने की मांग तेज हो गई है। बिहार से जैसे ही ये बात झारखंड पहुंची आन्दोलनरत टेट पास पारा शिक्षक झारखंड सरकार पर दबाव बनाने में जुट गए हैं।
राजभवन के समक्ष विरोध कर रहे टेट पास पारा युवाओं ने इस दौरान ना सिर्फ बिहार से सीखने की हिदायत सरकार को दे डाली बल्कि सरकारी उदासीनता के विरोध में मुंडन कराकर मांगे पूरी नहीं होने पर आगामी इलेक्शन में सबक सिखाने की बात तक कह डाली, साथ ही सुसाइड करने की भी धमकी दी है।
झारखंड राज्य टेट पास सहायक अध्यापक समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष मिथलेश उपाध्याय ने सरकार पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि बिहार में नियोजित शिक्षकों का मानदेय न्यूनतम 32,000 के करीब है।
जबकि झारखंड के पारा शिक्षकों का मानदेय ₹22,000 के करीब है। वहां शिक्षकों को मेडिकल सुविधा के साथ साथ अन्य सुविधा भी मिलती है। अब वो राज्यकर्मी का दर्जा भी देने की तैयारी है। मगर झारखंड में पारा टीचरों को कोई सुविधा नहीं दी गई है।
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