मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा - आबादी असंतुलन वाली रिपोर्ट फर्जी, इससे बीजेपी को नहीं मिलेगा फायदा

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प्रयागराज। प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की हिंदुओं की आबादी घटने और मुसलमानों की आबादी बढ़ने वाली रिपोर्ट पर संगम नगरी के मुस्लिम धर्मगुरुओं और आम मुसलमानो ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस रिपोर्ट की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए इसे सियासी स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि मुसलमानो की आबादी में इजाफे की बात पूरी तरह से गलत है और इससे बीजेपी को चुनाव में कोई फायदा नहीं मिलने वाला है।  

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा कि चुनाव के वक्त जारी ये रिपोर्ट पूरी तरह दे फर्जी है और इसका सच्चाई से कोई नाता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुसलमान न तो सिर्फ आबादी बढ़ाने के लिए ज्यादा बच्चे नहीं पैदा करते हैं और न ही कोई सियासी पार्टी इसके लिए उन्हें प्रेरित ही करती है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा कि मुसलमान अपने साथ ही मुल्क की तरक्की के बारे में सोचता है। मुस्लिम समुदाय के लोग गर्भनिरोधक साधनों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।

प्रयागराज में दायरा शाह अजमल के इमाम मौलाना शमशेर आजम मुस्लिम समुदाय के तमाम जिम्मेदार लोगों ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट को लेकर हो रही सियासत को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। धर्मगुरुओ ने कहा है कि मुसलमान अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर और प्रशासनिक अफसर बनाना चाहते हैं, न कि इस्लामिक स्टेट।

संगम नगरी के जिम्मेदार मुस्लिम नुमाइंदों ने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह व असम के सीएम के बयानों की सख्त मजम्मत की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस पार्टी पर लगाए जा रहे आरोप भी बेबुनियाद हैं। लोकसभा चुनाव के वक्त बीजेपी ने यह फर्जी रिपोर्ट जारी कर ऐसा हथकंडा अपनाया है। इससे बीजेपी को कोई फायदा नहीं होने वाला है। धर्मगुरुओं ने कहा कि देश के लोग अब जाति व मजहब की सियासत से तौबा कर रहे हैं। सभी को सुकून व शांति चाहिए। 

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