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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर आज सुबह पटना पहुंचे, जहां उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बातें कीं। पटना पहुंचते ही उन्होंने राज्य के मीडिया से बातचीत करते हुए आगामी चुनावों को लेकर पार्टी की योजनाओं पर चर्चा की और साथ ही भाजपा गठबंधन से अपनी सीट शेयरिंग के मुद्दे पर भी संकेत दिए।
बिहार चुनाव में सीटों का बंटवारा: ओमप्रकाश राजभर का बयान
ओमप्रकाश राजभर ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया कि, "हम बिहार चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे, लेकिन सीटों के बंटवारे पर हमारी बातचीत भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं से चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि, यदि एनडीए से 29 सीटों का प्रस्ताव नहीं मिला, तो उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि, अगर उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ती है और गठबंधन को नुकसान होता है, तो इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को लेकर ओमप्रकाश राजभर की तीखी टिप्पणी
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर ओमप्रकाश राजभर ने कड़ी टिप्पणी करते हुए उन्हें "दगा हुआ कारतूस" करार दिया। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने बिहार के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई। कांग्रेस और राजद ने मिलकर बिहार में शासन किया, लेकिन यहां के वंचित वर्गों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।" राजभर ने यह भी कहा कि, बिहार में इन नेताओं ने जितनी बार भी सत्ता में रहने का अवसर पाया, वे सिर्फ बातों तक सीमित रहे, जबकि वास्तविक बदलाव के लिए कुछ नहीं किया।
बिहार सरकार पर हमला और उत्तर प्रदेश की योजनाओं का जिक्र
ओमप्रकाश राजभर ने बिहार सरकार को भी निशाने पर लिया। उनका कहना था कि, "राहुल और तेजस्वी जो भी वादे करते हैं, उन पर कभी भी अमल नहीं हुआ। वे बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन गरीबों को रहने के लिए तीन डिसमिल जमीन तक मुहैया नहीं करवा पाए।" उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार द्वारा गरीबों के हित में की गई योजनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि, "हमने उत्तर प्रदेश में जनकल्याणकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है, लेकिन बिहार में इस तरह की योजनाओं की कोई चर्चा भी नहीं है। बिहार में विसंगतियां बढ़ती जा रही हैं, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही।"
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