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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। रविवार को घोषित इस नाम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, खासकर 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों को देखते हुए। RSS स्वयंसेवक के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले राधाकृष्णन, यदि यह नामांकन सफल होता है, तो तमिलनाडु से तीसरे उपराष्ट्रपति बनेंगे।

CP राधाकृष्णन: 4 दशक का अनुभव और तमिलनाडु की जड़ें

चार दशकों से अधिक के राजनीतिक और शासकीय अनुभव के साथ, सी. पी. राधाकृष्णन को तमिलनाडु की राजनीति में गहरी पकड़ रखने वाले एक अनुभवी नेता के रूप में देखा जाता है। उन्होंने जमीनी स्तर पर महत्वपूर्ण कार्य किया है और हाशिये पर पड़े लोगों को सशक्त बनाने पर हमेशा ध्यान केंद्रित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राधाकृष्णन को NDA के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामांकित करने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा सामुदायिक सेवा को प्राथमिकता दी है।

2026 तमिलनाडु चुनाव को साधने की BJP की रणनीति?

जानकारों का मानना है कि राधाकृष्णन का नामांकन एक रणनीतिक कदम है, खासकर 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के नेतृत्व वाली DMK पार्टी ने तमिल पहचान के मुद्दे पर भाजपा के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। ऐसे में, तमिलनाडु से एक प्रतिष्ठित नेता को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाना, भाजपा के लिए राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने और तमिल भावना से जुड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।

उपराष्ट्रपति का पद: भारत का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद

भारत के उपराष्ट्रपति का पद देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद होता है, जिसका कार्यकाल पांच वर्ष का होता है। उपराष्ट्रपति राज्य परिषद (राज्य सभा) के पदेन सभापति के रूप में कार्य करते हैं और उनके पास कोई अन्य सवेतन पद नहीं होता। वे राज्य सभा के सत्रों की अध्यक्षता करते हैं, और इस प्रकार वे विधायी प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

दक्षिण भारत से उपराष्ट्रपति: एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

सी. पी. राधाकृष्णन के संभावित चुनाव के साथ, तमिलनाडु से यह तीसरा उपराष्ट्रपति होगा। दक्षिण भारत से उपराष्ट्रपति बनने वाले कुछ प्रमुख व्यक्तित्व इस प्रकार हैं:

चुनाव का कार्यक्रम: 9 सितंबर को मतदान, 21 अगस्त तक नामांकन

उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 9 सितंबर को होगा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। फिलहाल, INDIA गठबंधन ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, जिससे यह मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।

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