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Up Kiran, Digital Desk: हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए बीती रात किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। मंडी ज़िले में मूसलाधार बारिश के बाद हालात सबसे अधिक बिगड़ गए, जहां ब्यास नदी समेत कई नालों और धाराओं ने रिहायशी इलाकों में तबाही मचा दी। पहाड़ी प्रदेश में बारिश का यह ताज़ा दौर न सिर्फ घरों और सड़कों को लील गया, बल्कि लोगों की नींद और सुरक्षा भी छीन ले गया।

रातभर नहीं सो पाए लोग, घरों में घुसा पानी

मंडी के करसोग, धरमपुर, पंडोह और थुनाग जैसे इलाकों में पानी ने लोगों के घरों को निगल लिया। करसोग के मेगली गांव में एक उफनता नाला अचानक किनारे तोड़ते हुए बस्तियों में जा घुसा। करीब आठ घरों को नुकसान हुआ, जबकि दो दर्जन से ज़्यादा वाहन या तो पानी में बह गए या डूब गए। थुनाग में सड़कें नाले जैसी लगने लगीं, जिससे लोग पूरी रात अपनी छतों और ऊंचाई वाली जगहों पर बैठकर गुज़ारने को मजबूर हो गए।

धरमपुर में स्थिति और गंभीर रही, जहां नदी का जलस्तर सामान्य से करीब 20 फीट ऊपर पहुंच गया और पूरा बाज़ार पानी में समा गया। पंडोह के लोगों को आधी रात को अपने घरों से भागना पड़ा। पुलिस और प्रशासन ने राहत कैंप लगाकर प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

सिर्फ मंडी नहीं, पूरा हिमाचल परेशान

इस आपदा का असर सिर्फ मंडी तक सीमित नहीं रहा। भारी बारिश और उसके बाद हुए भूस्खलनों के चलते पूरे प्रदेश में 129 से ज्यादा सड़कों को बंद कर दिया गया है। इनमें चंडीगढ़-शिमला हाईवे जैसी महत्वपूर्ण सड़कें भी शामिल हैं। रेल सेवाएं भी पूरी तरह चरमराई हुई हैं। प्रसिद्ध शिमला-कालका हेरिटेज रेल लाइन कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है और उसे अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है।

भट्टाकुफर में ढही इमारत, समय रहते बची जानें

शिमला के पास भट्टाकुफर में एक पांच मंजिला इमारत की नींव में पानी रिसने के कारण पूरी इमारत भरभराकर गिर गई। राहत की बात यह रही कि समय रहते इमारत खाली करा ली गई थी, जिससे कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। वहीं सोलन, बिलासपुर और शिमला के निचले इलाकों में जलभराव और बिजली कटौती के चलते आम लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं।

रेड अलर्ट: अगले 48 घंटे और मुश्किल

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश के 10 जिलों — मंडी, शिमला, कांगड़ा, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर, हमीरपुर, ऊना, कुल्लू और चंबा — में अगले 48 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश, अचानक बाढ़, और भूस्खलन की संभावना जताई गई है। धर्मशाला, सोलन और कुल्लू के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार 7 जुलाई तक प्रदेश में तेज़ हवाओं और गरज के साथ भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिना ज़रूरत यात्रा न करने की अपील की है।

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