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Up Kiran, Digital Desk: बेबाक और बेहतरीन एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने एक बार फिर फिल्म इंडस्ट्री की उस सच्चाई पर बात की है, जिससे उम्रदराज एक्टर्स को अक्सर जूझना पड़ता है. उन्होंने बताया कि कैसे एक उम्र के बाद कलाकारों के लिए अच्छे रोल मिलना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि मेकर्स उनकी उम्र के हिसाब से किरदार ही नहीं लिखते.

मुंबई में चल रहे FICCI Frames 2025 इवेंट के दौरान नीना गुप्ता ने अपने करियर के एक ऐसे दौर को याद किया, जब उन्हें अपनी उम्र के हिसाब से कई शानदार रोल मिल रहे थे. वह उन किरदारों को करके बहुत खुश और उत्साहित थीं. लेकिन, उन्होंने यह भी नोटिस किया कि जिन फिल्मों के लिए उन्होंने हामी भरी थी, उनमें से कई कभी बन ही नहीं पाईं.

'बधाई हो' जैसी सुपरहिट फिल्म की एक्ट्रेस ने कहा, "मुझे बहुत सारे अच्छे रोल मिले. मैंने उस दौर को बहुत एंजॉय किया, क्योंकि आमतौर पर हमारी उम्र के कलाकारों के लिए कुछ लिखा ही नहीं जाता था. मैंने बहुत काम किया. लेकिन फिर अचानक, जिन प्रोजेक्ट्स को मैंने हां कहा था, वो कभी वापस ही नहीं आए. मैं बहुत उत्साहित थी, वो सभी बहुत अच्छे प्रोजेक्ट थे और मेरे लिए बेहतरीन रोल थे."

उन्होंने इसकी वजह बताते हुए आगे कहा, "हुआ ये कि जैसे ही ओटीटी पर छोटे बजट की फिल्मों को पैसा मिलने लगा, इंडस्ट्री के सभी बड़े और सफल फिल्म प्रोड्यूसर्स ने भी इस फील्ड में एंट्री कर ली. इसके चलते, जो छोटे प्रोड्यूसर मुझे अच्छी कहानियां सुनाते थे, वे बेचारे पीछे रह गए. हालांकि, भगवान की कृपा से मेरे पास अभी भी काम है."

आपको बता दें कि FICCI Frames का 25वां संस्करण 7 और 8 अक्टूबर को मुंबई में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें एकता कपूर, सिद्धार्थ रॉय कपूर, हंसल मेहता, शूजित सरकार, किरण राव जैसे कई बड़े फिल्ममेकर्स के साथ-साथ हुमा कुरैशी, प्रतीक गांधी और कोंकणा सेन शर्मा जैसे कलाकार भी शामिल हुए हैं.