
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल (डेलिगेशन) में शामिल किए जाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस फैसले पर सरकार का आभार जताते हुए कहा, “जब बात राष्ट्रहित की हो, तो मैं कभी पीछे नहीं हटता।” उनकी यह टिप्पणी राजनीतिक सीमाओं से ऊपर उठकर देश के लिए एकजुटता दिखाने का प्रतीक मानी जा रही है।
दरअसल, भारत सरकार ने विदेश में होने वाले एक उच्चस्तरीय कार्यक्रम के लिए एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है, जिसमें शशि थरूर को भी शामिल किया गया है। थरूर ने कहा कि भले ही वे विपक्ष से आते हैं, लेकिन देश की छवि और हितों के लिए जब भी ज़रूरत पड़ी, वे हमेशा आगे आए हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "मैं सरकार का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे इस डेलिगेशन का हिस्सा बनाया। यह केवल मेरा नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की विविधता और मजबूती का भी प्रतीक है।"
शशि थरूर के इस रुख की सराहना कई राजनीतिक विश्लेषकों और आम नागरिकों ने भी की है। यह दिखाता है कि जब देश की बात आती है, तब राजनीतिक मतभेदों को किनारे रखा जा सकता है।
कांग्रेस पार्टी की ओर से भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की भागीदारी को मज़बूत करने के लिए सभी दलों को एकजुट होकर काम करना चाहिए।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में आया है जब देश में कई मुद्दों को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज है। ऐसे में थरूर की यह प्रतिक्रिया एक सकारात्मक संदेश देती है कि देशहित सर्वोपरि है।
सरकार की ओर से फिलहाल इस डेलिगेशन की यात्रा और कार्यक्रम से जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द जारी की जाएगी।
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