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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश में योग को जन-जन तक पहुँचाने और इसे सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। खेल, युवा सेवा एवं पर्यटन मंत्री, पी. अनिल कुमार यादव ने हाल ही में नेल्लोर में 'योगांध्र' कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर योग को आम लोगों के और करीब ला रही है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) की तैयारियों के संबंध में बोलते हुए, मंत्री ने जोर देकर कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उत्थान के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज के आधुनिक और व्यस्त जीवन में योग तनाव को कम करने और शारीरिक फिटनेस बनाए रखने का एक प्रभावी तरीका है।

मंत्री ने 'योगांध्र' पहल की भूमिका पर विशेष बल दिया, जो आंध्र प्रदेश योग फेडरेशन और नेल्लोर जिला योग एसोसिएशन द्वारा शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम योग को स्कूलों, कॉलेजों और विभिन्न सामुदायिक स्तरों पर ले जाकर इसे एक जन आंदोलन बनाने का प्रयास कर रहा है। नेल्लोर के पोत्ति श्रीरामुलु स्टेडियम में होने वाले आगामी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह को एक बड़ी सफलता बनाने के लिए भी तैयारियाँ चल रही हैं, जहाँ बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे।

अनिल कुमार यादव ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे योग को अपने दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाएँ। उन्होंने कहा कि नियमित योग अभ्यास न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि यह समाज में शांति और सकारात्मकता को भी बढ़ावा देता है। 'योगांध्र' जैसी पहल से, आंध्र प्रदेश अपनी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करते हुए एक स्वस्थ और जागरूक समाज का निर्माण कर रहा है।

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