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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना (Telangana) में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब राजनीतिक दलों और स्थानीय नेताओं का ध्यान राज्य की ग्रामीण राजनीति पर केंद्रित हो गया है। तेलंगाना में ज़िला प्रजा परिषद प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (ZPTC) और मंडल प्रजा परिषद प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र (MPTC) के लिए औपचारिक रूप से नामांकन (Nominations) प्रक्रिया शुरू हो गई है।

इन स्थानीय निकाय (Local Bodies) चुनावों को राजनीतिक दल बहुत गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि ये ज़मीनी स्तर (Grassroots Level) पर किसी भी दल की असली ताक़त और जनाधार को दर्शाते हैं।

ज़मीनी लोकतंत्र की लड़ाई: ये चुनाव ग्राम पंचायतों (Gram Panchayats) और मंडल (Blocks) के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह दोनों निकाय स्थानीय प्रशासन के मुख्य स्तंभ माने जाते हैं, इसलिए सभी दल अपने उम्मीदवारों को इन चुनावों में उतारने के लिए तैयार हैं।

नामांकन प्रक्रिया का ब्यौरा:नामांकन की शुरुआत: चुनाव आयोग की आधिकारिक अधिसूचना (Official Notification) के बाद, तय तारीखों से उम्मीदवारों ने ZPTC और MPTC पदों के लिए नामांकन पत्र (Nomination Papers) भरना शुरू कर दिया है।

प्रक्रिया और छानबीन: नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद, सभी नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी (Scrutiny) होगी। इसके बाद, जो भी उम्मीदवार अपना नाम वापस लेना चाहें, उन्हें उसके लिए निश्चित समय दिया जाएगा।

अंतिम सूची: इन सभी प्रक्रियाओं के बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की जाएगी, जिसके बाद चुनाव प्रचार (Campaigning) आधिकारिक रूप से तेज़ हो जाएगा।

ZPTC सदस्य बनने के बाद वे ज़िला परिषद के सदस्य बनते हैं, जबकि MPTC सदस्य ब्लॉक (मंडल) स्तर पर निर्णय लेने में भूमिका निभाते हैं। यह पूरी चुनावी प्रक्रिया एक बार फिर तेलंगाना की राजनीतिक मशीनरी (Political Machinery) को सक्रिय करेगी, क्योंकि सभी दलों की कोशिश होगी कि वे ज़्यादा से ज़्यादा ग्रामीण सीटों पर कब्जा कर सकें।