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Up Kiran, Digital Desk: कॉमर्स सेक्शन से 12वीं पूरी करने के बाद ज्यादातर छात्र चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) या कंपनी सेक्रेटरी (CS) बनने की योजना बनाते हैं। ये दोनों पेशे लोकप्रिय जरूर हैं, मगर करियर की दुनिया में और भी कई दमदार विकल्प मौजूद हैं, जिन्हें जानना जरूरी है। आइए अब बात करते हैं उन पेशों की, जो आपकी प्रतिभा और रुचि को नई दिशा दे सकते हैं।
डिजिटल अकाउंटिंग में डिप्लोमा
आज के डिजिटल युग में टैली, जीएसटी, जोहो बुक्स जैसे क्लाउड बेस्ड अकाउंटिंग टूल्स की समझ बेहद जरूरी हो गई है। MSME सेक्टर और स्टार्टअप्स में इनकी मांग बढ़ रही है। छह महीने से एक साल का यह डिप्लोमा प्रैक्टिकल नॉलेज के साथ आपको नौकरी के लिए तैयार कर सकता है।
बी.कॉम के साथ CMA
यदि आप CA जैसे प्रोफेशनल कोर्स की ओर आकर्षित हैं मगर चाहत है कि राह थोड़ी आसान हो, तो कॉस्ट मैनेजमेंट अकाउंटिंग (CMA) आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। यह कोर्स कॉस्ट ऑडिटिंग, फाइनेंशियल एनालिसिस में गहरी पकड़ देता है और ICMAI द्वारा संचालित है।
फाइनेंशियल मॉडलिंग और वेल्युएशन
इक्विटी रिसर्च, इनवेस्टमेंट बैंकिंग या बिजनेस एनालिस्ट बनने की सोच रहे हैं? तो फाइनेंशियल मॉडलिंग कोर्स आपके लिए उपयुक्त रहेगा। एक्सेल, पावर BI जैसे टूल्स की मदद से इस कोर्स में फाइनेंशियल प्लानिंग और एनालिसिस की बारीकियां सिखाई जाती हैं।
टैक्सेशन के कोर्स
GST और आयकर रिटर्न फाइलिंग की जरूरतें बढ़ने के साथ टैक्सेशन प्रोफेशनल्स की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे कोर्स आपको छोटे से लेकर बड़े अकाउंटिंग फर्म्स में रोजगार दिलाने में मदद कर सकते हैं।
बिजनेस एनालिटिक्स / डेटा एनालिटिक्स
अगर तकनीक में रुचि है और आप भविष्य में डेटा एनालिसिस के क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं, तो बिजनेस एनालिटिक्स या डेटा एनालिटिक्स कोर्स आपके लिए सही विकल्प है। SQL, Python, Tableau जैसे टूल्स की जानकारी अब कंपनियों में अतिरिक्त स्किल की तरह देखी जाती है।
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