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Up Kiran, Digital Desk: भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत, रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ), कपूरथला ने "विशेष अभियान 5.0" की जोरदार शुरुआत की है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य फैक्ट्री परिसर में स्वच्छता के स्तर को और बेहतर बनाना, काम करने की जगह को व्यवस्थित करना और प्रशासनिक कार्यों में बरसों से लंबित पड़े मामलों का तेजी से निपटारा करना है.

अभियान का शुभारंभ आरसीएफ के महाप्रबंधक श्री श्रीनिवास ने एक पौधा लगाकर किया. इसके बाद उन्होंने वर्कशॉप का विस्तृत निरीक्षण किया और अधिकारियों को अभियान को सफल बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए.

क्या है इस अभियान का मकसद?

यह विशेष अभियान सिर्फ साफ-सफाई तक ही सीमित नहीं है. इसके कई महत्वपूर्ण लक्ष्य हैं, जैसे:

लंबित मामलों का निपटारा: उन सभी प्रशासनिक फाइलों और मामलों को तेजी से निपटाना, जो लंबे समय से अटके हुए हैं.

बेहतर कार्यस्थल: कर्मचारियों के लिए काम करने की जगह को अधिक सुविधाजनक, साफ-सुथरा और कुशल बनाना.

कबाड़ से कमाई: फैक्ट्री में पड़े पुराने और गैर-जरूरी कबाड़ (स्क्रैप) की पहचान कर उसे बेचकर राजस्व अर्जित करना.

रिकॉर्ड मैनेजमेंट: पुरानी और गैर-जरूरी फाइलों और रिकॉर्ड्स को नियमों के अनुसार हटाना, ताकि जगह का सही इस्तेमाल हो सके.

शिकायतों का निवारण: आम जनता की शिकायतों, संसदीय आश्वासनों और अन्य महत्वपूर्ण मामलों का समय पर और प्रभावी ढंग से समाधान करना.

महाप्रबंधक श्री श्रीनिवास ने इस बात पर जोर दिया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी इस अभियान को पूरी गंभीरता से लें. उन्होंने कहा कि कबाड़ और पुरानी फाइलों के ढेर न केवल जगह घेरते हैं, बल्कि काम के माहौल को भी खराब करते हैं. इन्हें हटाकर हम एक सकारात्मक और कुशल कार्य-संस्कृति को बढ़ावा दे सकते हैं.

आरसीएफ के प्रमुख मुख्य यांत्रिक अभियंता (PCME) श्री शैलेन्द्र सिंह को इस अभियान के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. यह अभियान दिखाता है कि आरसीएफ न केवल विश्वस्तरीय रेल कोच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि अपने कार्यस्थल को भी सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है.