nuclear bunker: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश में अपनी एकतरफा सत्ता स्थापित कर ली है। इसके अलावा, चीन, जो विश्व महाशक्ति बनने की राह पर है, अपनी विस्तारवादी नीतियों के कारण दुनिया भर के कई देशों के साथ मतभेद में है। ऐसी स्थिति में चीन ने आपात स्थिति से निपटने के लिए एक बड़ी रणनीति तैयार की है।
चीन अपनी राजधानी बीजिंग के निकट विश्व का सबसे बड़ा सैन्य कमांड सेंटर बनाने की तैयारी कर रहा है। ये केंद्र परमाणु युद्ध की स्थिति में देश के नेताओं की सुरक्षा करने में सक्षम होगा। ये कमांड सेंटर राजधानी बीजिंग से लगभग 32 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। 1,500 एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा यह कमांड सेंटर अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन से 10 गुना बड़ा है।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इस सैन्य कमांड सेंटर में मजबूत सैन्य बंकर बनाए जा सकेंगे, जो परमाणु युद्ध की स्थिति में राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की सुरक्षा करने में सक्षम होंगे। ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने चीन द्वारा बनाए जा रहे इस कमांड सेंटर के निर्माण स्थल की सैटेलाइट तस्वीरें हासिल की हैं। ऐसा लगता है कि यहां दिन-रात काम चल रहा है।
इस सैन्य अड्डे का नाम बीजिंग मिलिट्री सिटी रखा जा सकता है। चीन में मौजूदा आर्थिक संकट के बावजूद इस बेस पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार ये सैन्य अड्डा पश्चिम में पहाड़ी क्षेत्र में स्थित वर्तमान सुरक्षित कमांड सेंटर की जगह ले सकता है। चीन में वर्तमान कमांड सेंटर शीत युद्ध के दौरान बनाया गया था।
चीन द्वारा वर्तमान में बनाया जा रहा सैन्य अड्डा चीन को अमेरिकी बंकर बस्टर बमों और परमाणु संकटों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है। इस सैन्य अड्डे के भीतर गहरी भूमिगत सुरंगें और मजबूत दीवारें बनाई जा रही हैं। यह कमांड सेंटर भविष्य में चीन के समक्ष परमाणु युद्ध के खतरे को देखते हुए स्थापित किया जा रहा है।