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Up kiran,Digital Desk : शादियों का सीजन है, हर तरफ शहनाइयां बज रही हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के दो दूल्हों के लिए यह शहनाइयां मातम में बदल गईं। एक दूल्हा तो घोड़ी चढ़कर, बारात लेकर स्टेशन तक पहुँच गया, लेकिन उसकी 'Instagram वाली दुल्हन' का फोन ही बंद हो गया। वहीं दूसरे की दुल्हन शादी के 14 दिन बाद ही घर से कैश और गहने लेकर ऐसे फरार हुई कि ससुराल वालों ने पहचानने तक से इनकार कर दिया। आइए जानते हैं इन दोनों हैरान कर देने वाली कहानियों को।

कहानी 1: जब Instagram वाली दुल्हन के लिए बारात लेकर स्टेशन पहुंचा दूल्हा

सहारनपुर के एक गांव में रहने वाले लड़के की दुनिया उस वक़्त सपनों जैसी हो गई, जब उसकी दोस्ती Instagram पर बरेली की एक लड़की से हुई। दोस्ती कुछ ही दिनों में प्यार में बदली और फिर फोन पर ही बात शादी तक पहुँच गई। लड़की के परिवार ने तो दहेज में 'ब्रेजा कार' देने तक का वादा कर दिया, और लड़के ने सहारनपुर के शोरूम में कार पसंद भी कर ली।

सब कुछ फोन पर ही तय हो रहा था। न लड़की वाले कभी लड़के के घर आए, न लड़के वाले कभी लड़की के घर गए। रिश्ता बस भरोसे पर चल रहा था।

और फिर आया शादी का दिन...
2 दिसंबर को लड़के के घर हल्दी-बान की रस्में हुईं, रिश्तेदार आए, घर में रौनक थी। लड़का सेहरा बांधकर, घोड़ी चढ़कर, बैंड-बाजों के साथ बारात लेकर बरेली जाने के लिए निकला। बारात को देवबंद रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़नी थी।

स्टेशन पहुँच कर जब दूल्हे ने अपनी होने वाली दुल्हन को फोन लगाया... तो फोन स्विच ऑफ था। एक बार, दो बार, दस बार... हर बार एक ही जवाब, "इस नंबर का फोन अभी बंद है।"

घंटों इंतज़ार करने के बाद, जब यह साफ हो गया कि उनके साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ है, तो दूल्हे और बारात को मायूस होकर, बिना दुल्हन के वापस लौटना पड़ा। जिस रास्ते से बारात बैंड-बाजों के साथ गई थी, उसी रास्ते पर अब मातम और शर्मिंदगी का सन्नाटा पसरा था।

कहानी 2: 14 दिन की 'लुटेरी दुल्हन'

अगर आपको पहली कहानी फिल्मी लग रही है, तो बागपत की इस सच्ची घटना को सुनिए।

ललियाना गांव के रहने वाले सन्नी की शादी नहीं हो रही थी। गांव के ही एक बिचौलिए ने दिल्ली की एक लड़की से उसकी शादी कराने के लिए दो लाख रुपये लिए। 21 अक्टूबर को शादी हो गई, और सन्नी की दुनिया आबाद हो गई।

14 दिन तक सब कुछ ठीक चला। पत्नी ने घर-परिवार का दिल जीत लिया। फिर 4 नवंबर को उसके 'ससुराल' वाले आए और कहा कि परिवार में किसी का एक्सीडेंट हो गया है, बहू को कुछ दिन के लिए भेज दो। एक हफ्ते में वापस भेज देंगे।

और फिर आया असली झटका...

जब हफ्ते भर बाद भी पत्नी वापस नहीं आई, तो सन्नी उसे लेने दिल्ली के मजनू का टीला, अपने 'ससुराल' पहुंचा। वहां जाकर पता चला कि उस नाम-पते पर कोई रहता ही नहीं है।

जब उसने उस महिला को फोन किया, जिसने खुद को उसकी सास बताया था, तो उधर से जो जवाब मिला, उसने सन्नी के पैरों तले ज़मीन खिसका दी। महिला ने साफ कह दिया - "कौन सन्नी? मैं तुम्हें नहीं जानती, और जिसे तुम अपनी पत्नी बता रहे हो, वो मेरी बेटी नहीं है।"

घर आकर जब सन्नी ने अलमारी चेक की, तो 50 हज़ार रुपये कैश और करीब 2 लाख के गहने भी गायब थे। अब सन्नी को समझ आया कि उसके साथ सिर्फ धोखा नहीं, बल्कि एक सोची-समझी लूट हुई है, और उसकी 14 दिन की दुल्हन एक 'लुटेरी' थी।

ये दोनों घटनाएं उन लोगों के लिए एक सबक हैं, जो शादी जैसे पवित्र रिश्ते को जल्दबाज़ी या ऑनलाइन भरोसे पर तय कर लेते हैं।