_1883378888.png)
Up Kiran, Digital Desk: पंजाब के जालंधर में सिविल अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में एक गंभीर तकनीकी खामी ने न केवल तीन मरीजों की जान ले ली, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र की तैयारियों पर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। रविवार की शाम करीब 8 बजे हुई इस घटना ने अस्पताल की आपातकालीन सेवाओं की विश्वसनीयता पर गहरा असर डाला है।
जानकारी के अनुसार, अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई में अचानक दबाव गिरने की समस्या सामने आई, जिसके चलते मरीजों को जरूरी मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। इस समय वार्ड में गंभीर रूप से बीमार तीन मरीज थे, जिनमें से एक को फेफड़ों में जमाव की समस्या थी, दूसरा कई अंगों के फेल होने की स्थिति में था, जबकि तीसरा नशे का आदी बताया गया। दबाव में कमी के कारण ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित हुई, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई।
इस हादसे के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह तुरंत अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने बताया कि यह तकनीकी खराबी अचानक हुई थी और इसे तुरंत ठीक भी कर लिया गया था। उन्होंने साफ किया कि मृतक मरीजों की हालत पहले से गंभीर थी और यह घटना महज कुछ मिनटों की रही। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम जांच के लिए जल्द ही आएगी और 48 घंटे के भीतर पूरी रिपोर्ट तैयार कर दी जाएगी।
सिविल सर्जन डॉ. विनय कुमार ने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई में गिरावट एक छोटी अवधि के लिए हुई थी, जिसके लिए बैकअप सिलेंडरों का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मरने वाले मरीजों की मृत्यु के अन्य कारण भी थे, और यह गिरावट उनकी मौत का एकमात्र कारण नहीं है।
--Advertisement--