
Up Kiran, Digital Desk: हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के कुछ भक्ति गायकों की दिल खोलकर तारीफ की है। इन गायकों ने एक बहुत ही खास और अनोखा अभियान छेड़ा है - वे अपने भक्ति गीतों (भजन और कीर्तन) के जरिए लोगों को जंगल में लगने वाली आग के खतरों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने उनके इस रचनात्मक और महत्वपूर्ण प्रयास की सराहना की है।
क्या है यह अनोखा अभियान?
ओडिशा के जंगलों में अक्सर आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं, जिससे न सिर्फ पेड़-पौधों को नुकसान होता है, बल्कि वन्यजीवों और पर्यावरण को भी भारी खतरा होता है। ऐसे में, इन भक्ति गायकों ने सोचा कि क्यों न अपने पारंपरिक गायन कला का इस्तेमाल इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए किया जाए।
वे अपने भक्ति गीत और भजन गाते हुए लोगों को समझाते हैं कि जंगल हमारे लिए कितने ज़रूरी हैं, उन्हें आग से कैसे बचाया जा सकता है और आग लगने पर क्या करना चाहिए। उनका यह तरीका इसलिए भी ज़्यादा असरदार है क्योंकि लोग भक्ति संगीत से आसानी से जुड़ते हैं और बातों को ध्यान से सुनते हैं।
पीएम मोदी ने सराहा प्रयास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन गायकों के इस प्रयास को बहुत सराहा है। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि कैसे हमारी पारंपरिक कला और संस्कृति का इस्तेमाल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है। यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे स्थानीय लोग अपनी अनूठी तरीकों से पर्यावरण की रक्षा में योगदान दे सकते हैं।
यह अभियान सिर्फ आग लगने से रोकने के बारे में नहीं है, बल्कि यह लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने, जैव विविधता (Biodiversity) को बचाने और अपने आसपास के प्राकृतिक संसाधनों की कद्र करने के बारे में भी है।
इन भक्ति गायकों का यह कदम सचमुच सराहनीय है और यह बाकी देश के लिए भी एक प्रेरणा है कि कैसे हम अपने लोकल संसाधनों और परंपराओं का इस्तेमाल करके बड़ी समस्याओं का समाधान ढूंढ सकते हैं।
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