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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में अक्सर देश के गुमनाम नायकों की कहानियां सुनाई जाती हैं। हाल ही में, उन्होंने एक ऐसे ही महान स्वतंत्रता सेनानी को याद किया, जिनका नाम आज फिल्म 'RRR' की वजह से दुनिया भर में जाना जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं तेलंगाना के आदिवासी वीर कोमाराम भीम की।

कौन थे कोमाराम भीम: कोमाराम भीम तेलंगाना के गोंड आदिवासी समुदाय के एक महान क्रांतिकारी नेता थे। उन्होंने आज से कई दशक पहले हैदराबाद के निजाम और दमनकारी जमींदारों के खिलाफ आदिवासियों के अधिकारों के लिए एक बड़ी लड़ाई लड़ी थी। उनका दिया गया नारा "जल, जंगल, जमीन" (पानी, जंगल और जमीन) आज भी आदिवासियों के हकों की आवाज का प्रतीक है। यह नारा कहता है कि जंगल के संसाधनों पर पहला अधिकार वहां रहने वाले लोगों का होना चाहिए।

पीएम मोदी ने क्यों किया याद: 'मन की बात' में कोमाराम भीम का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने उनकी वीरता और त्याग को सलाम किया। उन्होंने बताया कि कैसे भीम ने अपने लोगों के स्वाभिमान और अधिकारों के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर दी। इस जिक्र का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि 'RRR' फिल्म के बाद देश और दुनिया के लोगों में कोमाराम भीम के बारे में जानने की उत्सुकता बढ़ी है।

पीएम मोदी का यह कदम उन अनगिनत गुमनाम नायकों को सम्मान देने की एक कोशिश है, जिन्होंने देश की आजादी और अस्मिता के लिए लड़ाइयां लड़ीं, लेकिन इतिहास की किताबों में उन्हें वो जगह नहीं मिली जिसके वे हकदार थे। कोमाराम भीम की कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची देशभक्ति अपने लोगों के हक के लिए खड़ा होना है।