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पहलगाम आतंकवादी हमले में ताजा घटनाक्रम में ये बात उजागर हुई है कि पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों ने अप्रैल के पहले हफ्ते के दौरान कश्मीर में कई पर्यटन स्थलों, विशेषकर होटलों को निशाना बनाकर रेकी की थी।

सर्वेक्षण में शामिल कुछ जगहों में पहलगाम के होटल भी शामिल हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए खतरे की घंटी बज गई है। जांचकर्ताओं को संदेह है कि इस हमले की योजना के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है। हालांकि, जैसे ही कश्मीर में पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए आतंकी हमले की खबर फैली, प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकी समूह के छाया समूह द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इसकी जिम्मेदारी ली।

सूत्रों के मुताबिक, ये टोही मिशन 1 से 7 अप्रैल के बीच चलाया गया। केंद्रीय एजेंसियों के सूत्रों से पता चला है कि हमले को अंजाम देने में तीन से ज्यादा आतंकवादी शामिल हो सकते हैं।

26 मरे और कई घायल

मंगलवार दोपहर को कश्मीर के पहलगाम शहर के पास एक मशहूर मैदान पर आतंकियों ने गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें से ज़्यादातर पर्यटक थे। ये 2019 के पुलवामा बम विस्फोट के बाद घाटी में सबसे घातक आतंकी हमला है। एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने विस्तृत जानकारी दिए बिना बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय लोग शामिल हैं। बताया जाता है कि आतंकियों ने समूह पर 50 से ज़्यादा राउंड फायरिंग की। हताहतों की संख्या बढ़ सकती है।