img

Up Kiran, Digital Desk: पहलगाम में हुए दुर्भाग्यपूर्ण आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने एक ऐसा कदम उठाया है जो उसके अपने ही गले की हड्डी बनता जा रहा है। पड़ोसी मुल्क ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। उनका मकसद साफ था - भारतीय विमानन क्षेत्र को नुकसान पहुंचाना। मगर जैसा कि अक्सर होता है यह चाल उल्टी पड़ गई है और अब पाकिस्तान खुद ही भारी वित्तीय नुकसान झेल रहा है।

भारतीय उड़ानें अब पाकिस्तान के ऊपर से न गुजरकर लंबा रास्ता तय कर रही हैं। इसका सीधा मतलब है कि पाकिस्तान को उन विमानों से मिलने वाली बहुमूल्य 'ओवरफ़्लाइट फीस' का नुकसान हो रहा है। सोचिए हर गुजरती उड़ान पाकिस्तान के राजस्व में कुछ न कुछ योगदान देती है और अब वह जरिया बंद हो गया है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक भारतीय विमान को पाकिस्तान से बचने के लिए एक लंबा चक्कर काटते हुए दिखाया गया है। इस पर एक यूजर ने तंज कसते हुए टिप्पणी भी की। वहीं एक अन्य यूजर ने इस कदम को सरासर मूर्खतापूर्ण बताया और इसके वित्तीय पहलू पर जोर दिया। उनके अनुसार पाकिस्तान दुनिया के तीसरे सबसे बड़े विमानन बाजार से हर साल करोड़ों डॉलर की ओवरफ़्लाइट फीस खो रहा है। यह वाकई में एक चौंकाने वाला आंकड़ा है!

यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने ऐसा कदम उठाया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में 2019 के पुलवामा हमले के बाद भी हवाई क्षेत्र बंद करने की घटना का जिक्र है। उस समय भी पाकिस्तान को लगभग 100 मिलियन डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था। इतिहास खुद को दोहरा रहा है और इस बार भी पाकिस्तान को उसी तरह के भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

भारतीय एयरलाइंस पर भी पड़ा रहा असर

इस पूरे घटनाक्रम का असर भारतीय एयरलाइंस पर भी पड़ रहा है। एयर इंडिया और इंडिगो जैसी प्रमुख एयरलाइंस को अब लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है जिससे ईंधन की लागत बढ़ गई है। खासकर दिल्ली अमृतसर जयपुर लखनऊ और वाराणसी जैसे शहरों से पश्चिम की ओर जाने वाली उड़ानों पर इसका सीधा असर दिख रहा है। इन उड़ानों में अब औसतन 2 से 2.5 घंटे का अतिरिक्त समय लग रहा है।

--Advertisement--