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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले में 27 लोगों की शहादत के बाद पूरे देश में आक्रोश व्याप्त है। इस हमले को लेकर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उसने हमले में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है, मगर भारत पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि इस हमले से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। हम सभी प्रकार के आतंकवाद को अस्वीकार करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस हमले के पीछे भारत के ही लोग हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत में नागालैंड से लेकर मणिपुर और कश्मीर तक लोग सरकार के खिलाफ हैं।

किया जा रहा है लोगों का कत्लेआम

ख्वाजा आसिफ ने भारत सरकार पर लोगों के अधिकारों का हनन करने और उनका शोषण करने का आरोप लगाया, जिसके कारण लोग सरकार के खिलाफ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि भारत की वर्तमान सरकार वहां रहने वाले अल्पसंख्यकों को परेशान कर रही है। इसमें बौद्ध, ईसाई और मुसलमान शामिल हैं। लोगों का कत्लेआम किया जा रहा है। लोग इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

इस बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर का एक बयान भी सुर्खियों में है। एक सप्ताह पहले उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की "जीवन रेखा" बताया था और कहा था कि यह हमारी रग थी और रहेगी। हम इसे नहीं भूलेंगे। हम भारतीय कब्जे के खिलाफ लड़ाई में अपने कश्मीरी भाइयों को अकेला नहीं छोड़ेंगे। उनका ये बयान पहलगाम हमले के बाद फिर से वायरल हो गया है, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान और सेना प्रमुख के भड़काऊ भाषण ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और अधिक जटिल बना दिया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे निराधार और भ्रामक बताया है।