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Up Kiran, Digital Desk: हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को देववृक्ष कहा गया है। इसे न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से पूजनीय माना जाता है बल्कि यह विज्ञान और आयुर्वेद की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस पेड़ की छांव में आपने शांति की तलाश की है वही पेड़ आपकी सेहत के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं।
आज हम बात करेंगे पीपल के पत्तों से तैयार पानी की – एक ऐसा घरेलू नुस्खा जो दिल से लेकर लीवर तक को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। यह लेख न सिर्फ आपको पीपल के पत्तों के औषधीय गुणों से अवगत कराएगा बल्कि यह भी बताएगा कि आप इस पानी को कैसे तैयार करें और कब पीना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।
1. दिल के लिए संजीवनी
पीपल के पत्तों में पाए जाने वाले प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट्स दिल की धड़कन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। यदि आपको तेज़ धड़कन हृदय की कमजोरी या ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याएं हैं तो पीपल का पानी सुबह खाली पेट पीना आपके लिए लाभकारी हो सकता है। यह दिल को ताकत देता है और ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाता है।
2. पाचन तंत्र को बनाए मजबूत
आजकल की जीवनशैली में कब्ज एसिडिटी और गैस जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। पीपल के पत्तों में लैक्सेटिव गुण होते हैं जो पाचन क्रिया को सक्रिय कर कब्ज से राहत देते हैं। सुबह-सुबह पीपल के पानी का सेवन आपके मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर सकता है।
3. डायबिटीज पर नियंत्रण
क्या आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए प्राकृतिक उपाय ढूंढ रहे हैं। पीपल के पत्तों का रस इंसुलिन की कार्यक्षमता को बढ़ाता है जिससे शरीर ग्लूकोज को बेहतर तरीके से ऊर्जा में बदल पाता है। हालांकि इस उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
4. सांस की समस्या में राहत
अस्थमा ब्रोंकाइटिस या सामान्य सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं में पीपल का पानी राहत दे सकता है। यह फेफड़ों की सफाई करता है और उनमें जमी सूजन को कम करता है जिससे श्वसन प्रक्रिया आसान हो जाती है।
5. स्किन बने साफ और चमकदार
एक्जिमा रैशेज और खुजली जैसी स्किन समस्याओं में भी पीपल के पत्तों में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फायदेमंद साबित होते हैं। नियमित रूप से पीपल का पानी पीने से त्वचा की रंगत निखरती है और वह अंदर से हेल्दी बनती है।
6. लीवर को करे डिटॉक्स
लीवर शरीर का डिटॉक्स सेंटर है और यदि यह सही तरीके से काम न करे तो शरीर में विषैले तत्व जमा होने लगते हैं। पीपल के पत्तों का पानी लीवर की सफाई करता है और पीलिया जैसी समस्याओं में राहत देता है।
7. रोग प्रतिरोधक क्षमता में इज़ाफा
आज के समय में एक मजबूत इम्यून सिस्टम होना अनिवार्य है। पीपल के पत्तों में मौजूद फ्लेवोनॉइड्स और टैनिक एसिड शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
कैसे बनाएं पीपल के पत्तों का पानी
4–5 ताजे और साफ पीपल के पत्ते लें।
इन्हें रातभर एक गिलास पानी में भिगोकर रखें।
सुबह उठते ही इस पानी को छान लें और खाली पेट पी जाएं।
वैकल्पिक तरीका: पत्तों को 5–7 मिनट तक पानी में उबालें फिर ठंडा करके छान लें और पी लें।
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