Up Kiran, Digital Desk: इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर बुधवार, 5 नवंबर, 2025 को सुबह-सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई और वे अपने घरों से बाहर निकल आए। देश की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी (BMKG) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई।
एजेंसी ने तुरंत स्पष्ट किया कि भूकंप से सुनामी का कोई खतरा नहीं है।
यह भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 7:32 बजे (GMT +8) आया।इसका केंद्र गोरोंटालो प्रांत में बोन बोलांगो के दक्षिण-पश्चिम में 71 किलोमीटर दूर समुद्र में 103 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप के झटके सुबह होने से ठीक पहले महसूस हुए, जिससे घबराए हुए लोग नींद से जागकर अपने घरों से बाहर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।
जान-माल के नुकसान की खबर नहीं
शुरुआती रिपोर्टों के अनुसालगातार आ रहे हैं भूकंप के झटकेर, भूकंप से किसी भी तरह के बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। आधिकारियों का कहना है कि झटके काफी तेज थे और कुछ सेकंड तक महसूस किए गए, लेकिन इलाके का बुनियादी ढांचा इस भूकंप को झेल गया। आपातकालीन टीमों को स्थिति का जायजा लेने और संभावित ऑफ्टरशॉक्स की निगरानी के लिए तैनात कर दिया गया है।
लगातार आ रहे हैं भूकंप के झटके
यह इंडोनेशिया में हाल के दिनों में आया दूसरा बड़ा भूकंप है। पिछले ही हफ्ते, देश के मालुकु द्वीप समूह के पास बांदा सागर में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
इंडोनेशिया रिंग ऑफ फायर' पर स्थित है, जो प्रशांत महासागर के चारों ओर एक ऐसा क्षेत्र है जहां टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से दुनिया के लगभग 90 प्रतिशत भूकंप आते हैं और कई ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। इसी वजह से यह देश भूकंप और ज्वालामुखी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बहुत संवेदनशील है।
इससे पहले भी सुलावेसी द्वीप भूकंप की त्रासदी झेल चुका है। 2018 में, 7.5 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आई सुनामी ने पालू शहर में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 4,300 से अधिक लोग मारे गए थे। वहीं, जनवरी 2021 में भी 6.2 तीव्रता के भूकंप ने पश्चिमी सुलावेसी में 100 से ज़्यादा लोगों की जान ले ली थी और हज़ारों को बेघर कर दिया था।



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