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Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के एक साल पूरे होने के बाद अब मंत्रिमंडल में बड़े फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के दिल्ली दौरे ने इन कयासों को और हवा दे दी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान कर्नाटक कैबिनेट में कुछ मंत्रियों को बदलने और नए चेहरों को शामिल करने पर विचार कर रहा है।

दिल्ली में आलाकमान से अहम मुलाकातें

सिद्धारमैया और शिवकुमार दोनों ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की। इन बैठकों का मुख्य एजेंडा कर्नाटक कैबिनेट में बदलाव और कुछ मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा बताया जा रहा है। ये मुलाकातें इसलिए भी अहम मानी जा रही हैं, क्योंकि दोनों नेताओं के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही कथित खींचतान की खबरें अक्सर सामने आती रही हैं। पिछले साल भी आलाकमान ने दोनों के बीच सत्ता-साझेदारी का एक फॉर्मूला तय किया था, लेकिन अब इस पर नए सिरे से चर्चा की अटकलें हैं।

क्यों हो रहा है फेरबदल?

फिलहाल कर्नाटक कैबिनेट में 24 मंत्री हैं और ऐसी खबरें हैं कि लगभग 10 मंत्रियों को हटाया जा सकता है। उनकी जगह नए विधायकों को मौका मिलेगा। यह कदम अगले चुनावों से पहले सरकार की छवि को और मजबूत करने की दिशा में भी देखा जा रहा है।

आगे क्या?

इन दिल्ली मुलाकातों के बाद, अब कर्नाटक में राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। माना जा रहा है कि आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद जल्द ही फेरबदल की घोषणा हो सकती है। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि कौन से मंत्री अपनी कुर्सी बचा पाते हैं और कौन से नए चेहरे सरकार में शामिल होते हैं, और क्या यह फेरबदल सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच के समीकरणों पर कोई असर डालेगा।

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