img

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में आयोजित ‘Rising Northeast Investment Summit’ में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास पर जोर देते हुए कहा कि यह क्षेत्र अब विकास के मामले में देश में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी ताकत इसकी विविधता है, जो यहाँ की समृद्ध संस्कृति, संसाधन और लोगों की शक्ति को दर्शाती है।

पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य आज न केवल भारत के साथ बल्कि पूरी दुनिया के निवेशकों के लिए आकर्षक बन रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की योजनाओं और नीतियों से इस क्षेत्र में तेजी से आर्थिक विकास हो रहा है। विशेष रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर, सड़क, रेल, हवाई संपर्क और डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार हो रहा है जिससे व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिल रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि पूर्वोत्तर की प्राकृतिक सुंदरता, कृषि उत्पाद और सांस्कृतिक विरासत से भी बड़ी संभावनाएं जुड़ी हैं। इस क्षेत्र में निवेश से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं, जिससे युवाओं को लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने स्थानीय युवाओं को भी प्रोत्साहित किया कि वे अपने क्षेत्र के विकास में सक्रिय भागीदारी लें।

Rising Northeast Investment Summit के दौरान कई बड़े निवेश प्रस्ताव भी सामने आए, जो पूर्वोत्तर के उद्योग और सेवा क्षेत्र को मजबूत करेंगे। मोदी ने कहा कि सरकार हर स्तर पर मदद कर रही है ताकि निवेशकों को सुविधाएं मिलें और उनके कारोबार को आसानी से चलाया जा सके।

इस कार्यक्रम में पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी मौजूद थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री की बातों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर की तरक्की से पूरे देश का विकास होगा और यह क्षेत्र भारत के आर्थिक नक्शे पर एक नया मुकाम हासिल करेगा।

इस तरह, प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्वोत्तर क्षेत्र की विकास यात्रा को नई ऊर्जा दी है और निवेश के नए रास्ते खोले हैं। उनका मानना है कि पूर्वोत्तर की विविधता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है, जो उसे देश के विकास में अग्रणी बनाएगी।

 

--Advertisement--