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Up Kiran, Digital Desk: तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती अहमियत को देखते हुए, अब कई संस्थान ऐसे इंजीनियरिंग (B.Tech) प्रोग्राम पेश कर रहे हैं जो विशेष रूप से AI और इससे जुड़े क्षेत्रों पर केंद्रित हैं। इन प्रोग्राम्स का मुख्य लक्ष्य छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना और उन्हें ऐसे कौशल से लैस करना है जिनकी आज के तेज़ी से बदलते तकनीकी परिदृश्य में बहुत ज़्यादा मांग है।

ये AI-केंद्रित B.Tech प्रोग्राम पारंपरिक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों से हटकर होते हैं। इनका पाठ्यक्रम (सिलेबस) इस तरह से डिज़ाइन किया जाता है कि छात्रों को AI के मूल सिद्धांतों, मशीन लर्निंग (Machine Learning), डेटा साइंस (Data Science), रोबोटिक्स (Robotics), न्यूरल नेटवर्क (Neural Networks) और संबंधित तकनीकों की गहन समझ मिले। इसमें न केवल सिद्धांत शामिल होता है, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान (Practical Knowledge) और परियोजनाओं (Projects) पर भी ज़ोर दिया जाता है ताकि छात्र वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने में सक्षम हो सकें।

इस तरह के स्पेशलाइज्ड प्रोग्राम्स की ज़रूरत इसलिए पड़ी है क्योंकि दुनिया भर के उद्योग (Industries) AI-संचालित समाधानों को तेजी से अपना रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा, वित्त, निर्माण, ऑटोमोबाइल और यहां तक कि मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में भी AI प्रोफेशनल्स की भारी मांग है। पारंपरिक इंजीनियरिंग डिग्री वाले छात्रों के लिए AI के क्षेत्र में करियर बनाना मुश्किल हो सकता है यदि उनके पास आवश्यक विशेषज्ञता न हो।

AI-फोकस्ड B.Tech प्रोग्राम्स से निकले इंजीनियरों को 'Future-Ready' माना जाता है क्योंकि उनके पास सीधे तौर पर उन तकनीकों पर काम करने का ज्ञान और कौशल होता है जो अगले कई दशकों तक तकनीकी प्रगति का आधार रहेंगी। ये छात्र नवाचार करने, जटिल डेटा का विश्लेषण करने और स्मार्ट सिस्टम विकसित करने में सक्षम होते हैं।

 AI-केंद्रित B.Tech प्रोग्राम्स भारत और दुनिया भर में तकनीकी शिक्षा के भविष्य को आकार दे रहे हैं। ये उन छात्रों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रोमांचक क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं और भविष्य के लिए तैयार इंजीनियर बनना चाहते हैं।

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