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Up kiran,Digital Desk : अगर आप सिगरेट, गुटखा, जर्दा या हुक्का के शौकीन हैं, तो आपके लिए एक बहुत बड़ी और जेब खाली करने वाली खबर है। सरकार ने तंबाकू और उससे बने सभी प्रोडक्ट्स पर लगने वाले टैक्स (उत्पाद शुल्क) में इतनी भारी बढ़ोतरी कर दी है कि अब ये चीजें कई गुना महंगी होने वाली हैं। कितना महंगा होगा आपका शौक? अंदाज़ा लगाइए

आंकड़े इतने चौंकाने वाले हैं कि आप हैरान रह जाएंगे:

  • सिगरेट: अब तक जिस सिगरेट के पैकेट पर टैक्स कुछ सौ रुपये लगता था, अब हज़ारों में लगेगा। सरकार ने टैक्स की सीमा ₹735 से बढ़ाकर ₹11,000 प्रति हज़ार सिगरेट तक कर दी है। यानी अब धुआं उड़ाना बहुत महंगा पड़ेगा।
  • चबाने वाला तंबाकू (गुटखा, जर्दा): इस पर लगने वाला टैक्स चार गुना तक बढ़ा दिया गया है। (25% से सीधे 100%)।
  • हुक्का और पाइप का तंबाकू: इस पर भी टैक्स में भारी बढ़ोतरी की गई है। पाइप में इस्तेमाल होने वाले मिक्सचर पर तो टैक्स पांच गुना से भी ज़्यादा बढ़ा दिया गया है (60% से 325%)।

सरकार ने यह फैसला क्यों लिया?

सरकार का कहना है कि इसका सीधा मकसद लोगों को तंबाकू के जानलेवा असर से बचाना और इसकी लत पर लगाम लगाना है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ किया है कि यह कदम जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर उठाया गया है, ताकि लोग इन हानिकारक चीजों का इस्तेमाल कम करें।

किसानों और बीड़ी मजदूरों का क्या होगा?

इस फैसले के बाद यह सवाल भी उठा कि उन लाखों किसानों और बीड़ी मजदूरों का क्या होगा, जिनकी रोजी-रोटी इसी से चलती है? इस पर वित्त मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि उन पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा।

  • सरकार उन किसानों की मदद कर रही है जो तंबाकू की जगह दूसरी फसलें उगाना चाहते हैं।
  • देश में रजिस्टर्ड करीब 50 लाख बीड़ी मजदूरों के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाएं जारी रहेंगी।

एक और दिलचस्प बात!

टैक्स में इतनी बड़ी बढ़ोतरी के बाद भी भारत में सिगरेट पर लगने वाला कुल टैक्स, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक से काफी कम है। WHO चाहता है कि सिगरेट के दाम का 75% हिस्सा टैक्स हो, जबकि भारत में यह अभी भी लगभग 53% ही है। सरकार का यह नया कदम इसी अंतर को कम करने की एक कोशिश है।

साफ है कि सरकार अब तंबाकू को लेकर बहुत सख्त हो गई है। तो अगर आप भी इन चीजों का सेवन करते हैं, तो अपनी सेहत और जेब, दोनों का ख्याल रखने का वक्त आ गया है।