Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भयावह विस्फोट ने पूरे देश को हिला दिया था। यह धमाका एक धीमी गति से चल रही हुंडई i20 में हुआ। धमाका इतना तेज था कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इस घटना में 12 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। शुरुआती जांच में पता चला कि इस हमले का धागा फरीदाबाद में पकड़े गए एक आतंकी मॉड्यूल से जुड़ रहा है। कई संदिग्धों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है और सुरक्षाबल पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं।
इस बीच, राजधानी में हुई इस घटना को केंद्र सरकार ने अब आधिकारिक रूप से ‘आतंकी हमला’ घोषित कर दिया है। प्रधानमंत्री आवास पर हुई कैबिनेट बैठक में सभी सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखा। मंत्रियों ने पीड़ित परिवारों के लिए संवेदना जताई और पूरी ताकत से दोषियों को पकड़ने का संकल्प दोहराया। कैबिनेट बैठक से पहले सुरक्षा मामलों की समिति भी इमरजेंसी बैठक में जुटी। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ सदस्य स्थिति का मूल्यांकन करने पहुंचे।
दूसरी ओर, जांच का दायरा अब विश्वविद्यालयों तक पहुंच गया है। फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी शक के घेरे में आ गई है क्योंकि विस्फोट मामले में संस्थान से जुड़े कई डॉक्टर हिरासत में लिए जा चुके हैं। सरकार ने तुरंत प्रभाव से विश्वविद्यालय के सभी रिकॉर्डों का फोरेंसिक ऑडिट कराने का आदेश दे दिया है। इसके साथ प्रवर्तन निदेशालय और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को वित्तीय लेनदेन खंगालने का निर्देश दिया गया है।
सबसे अहम कार्रवाई दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में हुई। यहां डॉ उमर नबी के घर पर रातभर चला एक बड़ा ऑपरेशन सुर्ख़ियों में आ गया। घर को सुरक्षा बलों ने पूरी तरह गिरा दिया। जांच एजेंसियों का दावा है कि इसका कनेक्शन सीधे दिल्ली के लाल किला धमाके से जुड़ रहा है। ऑपरेशन का उद्देश्य इस हमले से जुड़े नेटवर्क को पहचान कर खत्म करना था। अधिकारी अभी भी पूरे मामले की तह तक जाने में जुटे हैं।
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