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Up Kiran, Digital Desk: आईपीएल की रोमांचक दुनिया में हर मैच अपने साथ नए कीर्तिमान लाता है लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे भी होते हैं जो गौरव के बजाय शर्मिंदगी का कारण बनते हैं। पंजाब किंग्स के साथ हाल ही में ऐसा ही हुआ। आईपीएल 2024 में 24 मई को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ जयपुर के सवाई मान सिंह स्टेडियम में खेले गए मैच में पंजाब ने 200 से अधिक रन बनाए – और फिर भी हार का सामना किया। यही नहीं ये सातवीं बार था जब पंजाब ने 200+ स्कोर खड़ा करने के बावजूद मुकाबला गंवाया। इस शर्मनाक आंकड़े के साथ पंजाब आईपीएल इतिहास की ऐसी पहली टीम बन गई है जिसने 200 या उससे ज्यादा रन बनाकर सबसे ज्यादा बार हार झेली है।

जब आंकड़ों पर नजर डालते हैं तो पंजाब किंग्स की यह स्थिति और भी चिंताजनक लगती है। 200 या उससे अधिक रन बनाने के बावजूद हारने के मामले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (6 बार) और चेन्नई सुपर किंग्स (5 बार) भी पीछे हैं। वहीं मुंबई इंडियंस अब तक एक भी ऐसा मैच नहीं हारी है जिसमें उन्होंने 200 से अधिक रन बनाए हों। इसका मतलब साफ है – सिर्फ रन बनाना काफी नहीं मैच जीतना भी आता होना चाहिए।

दिलचस्प बात यह है कि 200+ स्कोर बनाने के मामले में पंजाब किंग्स आईपीएल में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने अब तक 31 बार 200 या उससे अधिक रन बनाए हैं। उनसे आगे केवल चेन्नई सुपर किंग्स (34 बार) और आरसीबी (33 बार) हैं। यानी रन बनाने की काबिलियत में पंजाब किसी से कम नहीं है लेकिन उसे बचाने की रणनीति में कहीं न कहीं बड़ी चूक है। यही वजह है कि पंजाब की टीम अब तक आईपीएल खिताब से दूर ही रही है।

अब सवाल ये उठता है कि आखिर पंजाब किंग्स की सबसे बड़ी कमजोरी क्या है? क्या उनकी गेंदबाजी उतनी मजबूत नहीं है कि 200 रन भी सुरक्षित महसूस हों? या फिर कप्तानी और रणनीति में चूक हो रही है? यह भी हो सकता है कि टीम का डेथ ओवर प्रबंधन फील्डिंग प्लेसमेंट और दबाव में निर्णय लेने की क्षमता कमजोर हो।

कुल मिलाकर पंजाब की बल्लेबाजी में दम तो है लेकिन गेंदबाजी और मैच खत्म करने की सोच में निखार की जरूरत है। जब तक टीम 200 रन को ‘सुरक्षित स्कोर’ की तरह डिफेंड नहीं कर पाएगी तब तक ट्रॉफी सिर्फ एक सपना ही बनी रहेगी। पंजाब किंग्स के लिए अब वक्त आ गया है कि वह अपनी रणनीति पर गंभीरता से काम करे क्योंकि आईपीएल सिर्फ रन बनाने का नहीं रन बचाने और जीत छीनने का खेल है।

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