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Up Kiran, Digital Desk: हम अक्सर सोचते हैं कि हमारी किस्मत सिर्फ ग्रहों की चाल या नियति पर निर्भर करती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारी रोज़मर्रा की कुछ आदतें भी हमारे भाग्य पर गहरा असर डाल सकती हैं? ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ ऐसे काम हैं जिन्हें करने से हमारे जीवन में दुर्भाग्य और परेशानियां बढ़ सकती हैं। अगर आप भी लगातार किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं या आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो कहीं आपकी दिनचर्या में ये आदतें तो नहीं शामिल हैं? आइए जानते हैं ऐसी 6 बातें जिन्हें आपको तुरंत छोड़ देना चाहिए:

 शाम के समय झाड़ू लगाना या सफाई करना: अधिकतर घरों में लोग दिन ढलने के बाद यानी सूर्यास्त के बाद भी झाड़ू-पोंछा करते हैं। ज्योतिष में इसे बेहद अशुभ माना गया है। मान्यता है कि शाम के समय घर में झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी रूठ जाती हैं और घर से बाहर चली जाती हैं, जिससे आर्थिक परेशानियां बढ़ने लगती हैं। सूर्यास्त के बाद धूल-मिट्टी साफ करने की बजाय, घर में गंदगी जमा न होने दें और कोशिश करें कि सफाई का काम दिन में ही पूरा हो जाए। अगर बहुत ज़रूरी हो, तो किसी कपड़े से हल्की-फुल्की सफाई कर सकते हैं, लेकिन झाड़ू और कूड़ा बाहर फेंकने से बचें।

 अन्न का अपमान करना या जूठा छोड़ना: खाना सिर्फ पेट भरने का ज़रिया नहीं, बल्कि अन्नपूर्णा देवी का रूप है। भोजन को बर्बाद करना, थाली में जूठा छोड़ना या अन्न का अनादर करना मां अन्नपूर्णा और मां लक्ष्मी दोनों को नाराज़ करता है। इससे घर में बरकत कम होती है और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। हमेशा अपनी ज़रूरत के अनुसार ही भोजन लें और कोशिश करें कि थाली में कुछ भी जूठा न छोड़ें। भोजन करने से पहले अन्नदेव का आभार प्रकट करें।

घर में या कहीं भी थूकना: सड़क पर, घर के आंगन में, या मंदिर जैसी पवित्र जगहों पर थूकना न सिर्फ स्वच्छता के खिलाफ है, बल्कि इसे दुर्भाग्य को न्योता देना भी माना जाता है। ऐसे लोग अक्सर मानसिक रूप से परेशान रहते हैं और उन्हें जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हर जगह साफ-सफाई बनाए रखें और ऐसी बुरी आदत से बचें, क्योंकि यह आपके स्वास्थ्य और सामाजिक प्रतिष्ठा पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है।

 बड़ों और महिलाओं का अनादर करना: घर के बुजुर्गों, माता-पिता और महिलाओं का सम्मान करना हमारा नैतिक और आध्यात्मिक कर्तव्य है। जो लोग इनका अनादर करते हैं, अपशब्द कहते हैं या उन्हें दुख पहुंचाते हैं, उनके जीवन से सुख-शांति चली जाती है। ऐसे लोगों को अक्सर शनिदेव और राहु-केतु के बुरे प्रभावों का सामना करना पड़ता है। जिस घर में महिलाओं का सम्मान होता है, वहीं मां लक्ष्मी का वास होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है।

 रात को झूठे बर्तन छोड़ना: कई लोग आलस के कारण रात को खाना खाने के बाद झूठे बर्तन सिंक में ही छोड़ देते हैं। वास्तु और ज्योतिष के अनुसार, रात भर झूठे बर्तन पड़े रहने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इससे घर में दरिद्रता आती है और राहु-केतु का अशुभ प्रभाव बढ़ता है। कोशिश करें कि रात को सोने से पहले सभी बर्तन धोकर साफ कर लें या कम से कम उन्हें पानी से खंगाल कर रख दें।

 सुबह देर तक सोना: सूर्योदय के बाद तक सोते रहना या ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4 से 6 बजे) में न उठना, दुर्भाग्य को बुलावा देने जैसा है। सुबह का समय सबसे ऊर्जावान और सकारात्मक होता है। देर से उठने वाले लोग न सिर्फ शारीरिक और मानसिक रूप से सुस्त रहते हैं, बल्कि उन्हें सूर्य देव और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद भी नहीं मिलता। सुबह जल्दी उठकर स्नान करने और सूर्य देव को अर्घ्य देने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है।

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