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छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव पर भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिल गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री पद के लिए रेस जारी हो चुका है। चर्चा है आदिवासी कोटे से प्रदेश को मुख्यमंत्री दी जा सकती है। जिसमें रेणुका सिंह, विष्णुदेव साय और रामविचार नेताम का नाम टॉप पर चल रहा है। रेणुका सिंह को सीएम बनाने के लिए उनके समर्थक हवन पूजन कर रहे हैं।

बताया जा रहा है पीएम मोदी का महिला सशक्तिकरण पर विशेष फोकस है। दूसरी ओर सांसद विजय बघेल को भी दिल्ली बुलाई गई है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव पहले से ही पहुंच चुके हैं। वहां पार्टी ने चुनावी राज्यों की बैठक बुलाई है। बैठक में छत्तीसगढ़ के लिए सीएम का नाम तय किया जा सकता है। इसके बाद एक दो दिन में विधायक दल की बैठक होगी।

राज्य में कांग्रेस इस बार विपक्ष की भूमिका में बैठने वाली है। पार्टी में चर्चा है। नेता प्रतिपक्ष कौन होगा। अब गिनती के अनुभवी चेहरे बचे हैं। रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मंत्री कवासी लखमा, पूर्व मंत्री उमेश पटेल और लखेश्वर बघेल शामिल हैं।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर लागू आचार संहिता 4 दिसंबर को खत्म कर दी गई। इसके बाद प्रदेश में ट्रांसफर पोस्टिंग का दौर भी शुरू हो चुका है। रायपुर पश्चिम विधानसभा से जीते पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस सरकार के करीबी रहे अफसरों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है वो अपने अपने ट्रांसफर की तैयारी में रहे। 

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