Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को पटना पहुंचे और संविधान सुरक्षा सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बयान दिए और केंद्र सरकार, बीजेपी तथा संघ परिवार पर जमकर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय में विधायकों और सांसदों के पास वास्तविक ताकत नहीं रह गई है। उन्होंने बताया कि जब वे आदिवासी और दलित समाज के बीजेपी सांसदों से मिलते हैं, तो वे बताते हैं कि उन्हें "पिंजरे में बंद" कर दिया गया है।
गांधी ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चुनाव से पहले संविधान बदलने की बात करते थे, मगर चुनाव जीतने के बाद उन्होंने संविधान को सिर पर रखकर उसे नकार दिया है। उनका आरोप था कि हर जगह से संविधान को मिटाया जा रहा है और सवाल उठाया कि संविधान में कहां लिखा है कि देश की सारी संपत्ति 2-3 लोगों के हाथों में समाहित हो जाए।
आगे उन्होंने मोहन भागवत पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर भागवत ये कहते हैं कि भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली, तो इसका मतलब है कि वे संविधान को नकार रहे हैं। उनके अनुसार, संविधान का उनके लिए कोई महत्व नहीं है। राहुल गांधी ने आगे कहा कि संविधान में लाखों लोगों का दर्द समाहित है और ये संविधान उनके दर्द को कम करने में मददगार साबित हुआ है। उन्होंने इसे भगवान बुद्ध, महात्मा फुले, अंबेडकर और गांधी की आवाज बताया, जो आज भी हमारे समाज में गूंजती है।
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