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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान में निरंतर तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश लोगों पर आफ़त बनकर टूटी है। सबसे ज़्यादा असर उदयपुर जिले में दिख रहा है, जहां जगह-जगह नाले और नदियां उफान पर हैं। हालात इतने खतरनाक हो चुके हैं कि पहाड़ी इलाकों से बहते झरनों ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। इसी दौरान खेरवाड़ा थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया जिसमें तीन युवकों ने अपनी जान गंवा दी।

लकोड़ा गांव के पास हुआ हादसा

सोमवार रात करीब दस बजकर तीस मिनट पर पांच दोस्त कार में सवार होकर जा रहे थे। बारिश से भीगा और ढलानदार रास्ता, ऊपर से अचानक आया यू-टर्न चालक के काबू से बाहर हो गया। कार सीधे नाले में जा गिरी। पानी का बहाव इतना तेज था कि गाड़ी पलक झपकते ही बह गई। घटना ने गांववालों को दहला दिया और तुरंत पुलिस को खबर दी गई।

खिड़की तोड़ बचाई जान

कार में फंसे पांच युवकों में से प्रवीण मीणा और लक्ष्मण मीणा ने हिम्मत दिखाई। उन्होंने शीशा तोड़कर किसी तरह बाहर निकल अपनी जान बचाई और ग्रामीणों को सूचना दी। मगर उनके तीन साथी नरेश मीणा, ध्रुव पटेल और लव पटेल तेज धारा में कार के साथ फंसे ही रह गए।

पूरी रात चला रेस्क्यू अभियान

जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। रात का अंधेरा और पानी का रौद्र रूप राहत कार्य में बड़ी बाधा बना। बावजूद इसके बचावकर्मी जुटे रहे और करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद गाड़ी को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। उस समय तक दो शव बरामद किए जा चुके थे, जबकि तीसरे की तलाश मंगलवार सुबह फिर शुरू करनी पड़ी।

प्रशासन ने दी चेतावनी

इस हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि मूसलाधार बारिश के दौरान नदियों और नालों को पार करने से बचें। खासतौर पर खेरवाड़ा जैसे पहाड़ी इलाकों में ढलान और मोड़ों पर वाहन सावधानी से चलाने की हिदायत दी गई है।

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