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Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड के टिहरी जिले में बीते कुछ दिनों से जारी भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। भिलंगना ब्लॉक का थार्ती सरमोली गांव सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहा है। मंगलवार रात की बारिश के बाद कई मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। प्रशासन ने गांव के 25 परिवारों को एहतियातन स्कूल भवन में स्थानांतरित किया है ताकि जानमाल की रक्षा की जा सके।

सरूणा गांव के पास भूस्खलन से बिगड़े हालात

सरूणा ग्यारह गांव के अंतर्गत बडियार कुड़ा तोक क्षेत्र में बुधवार को हुई भारी बारिश के कारण गदेरा उफान पर आ गया। इससे कई हेक्टेयर में फैली कृषि भूमि बर्बाद हो गई है और आसपास के घर खतरे की जद में हैं। निरंतर हो रहे भूस्खलन से खेतों में दरारें पड़ रही हैं और मलबा आने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

निरंतर बारिश ने बिगाड़ा जनजीवन

बीते चार दिनों से हो रही तेज बारिश से भिलंगना ब्लॉक में व्यापक नुकसान हुआ है। एसडीएम संदीप कुमार ने खुद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। गांव के कई मकानों की दीवारें गिर चुकी हैं और कुछ घरों में गहरी दरारें देखने को मिली हैं। रास्ते और सिंचाई के लिए बनाई गई गूलें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

ग्राम प्रधान विकास बिष्ट के अनुसार, करीब 30 से 40 मीटर लंबा इलाका दरारों की चपेट में है। ग्रामीण साल 2019 से विस्थापन और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं लेकिन अब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

मौसम विभाग ने जताई और बारिश की आशंका

मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए कुमाऊं के चार जिलों नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके तहत येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के निदेशक डॉ. सीएस तोमर के अनुसार, प्रदेश में अगले एक सप्ताह तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि आज से बारिश में कुछ कमी दर्ज की जा सकती है।

राजधानी देहरादून में बदला मौसम का मिजाज

देहरादून में बीते दिनों हुई बारिश से तापमान सामान्य से छह से सात डिग्री नीचे चला गया था, जिससे ठंडक महसूस की गई। बुधवार को धूप निकलने से तापमान में इजाफा हुआ और यह सामान्य से एक डिग्री अधिक 30.8 डिग्री तक पहुंच गया।