img

समय रैना, जो कि एक सोशल मीडिया एक्टिविस्ट और यूट्यूबर हैं, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में एक अवमानना मामले में पेश हुए। कोर्ट ने उनकी पिछली टिप्पणियों को गंभीर और आपत्तिजनक मानते हुए उन्हें दो हफ्तों के भीतर सफाई देने का अल्टीमेटम दिया है।

मामला एक वीडियो से जुड़ा है जिसमें समय रैना ने सुप्रीम कोर्ट के कुछ निर्णयों को लेकर आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उन्हें नोटिस जारी किया था।

मुख्य न्यायाधीश की बेंच ने सुनवाई के दौरान कहा,

“आपकी टिप्पणी न केवल न्यायपालिका की गरिमा को ठेस पहुंचाती है, बल्कि यह आम जनता में न्याय व्यवस्था के प्रति अविश्वास भी पैदा कर सकती है।”

समय रैना ने कोर्ट में कहा कि उनका इरादा किसी को ठेस पहुँचाने का नहीं था और वे माफी मांगने को तैयार हैं। कोर्ट ने उन्हें दो सप्ताह का समय दिया है ताकि वे अपनी ओर से लिखित जवाब और माफीनामा दाखिल कर सकें।

कोर्ट ने स्पष्ट किया कि अभिव्यक्ति की आज़ादी का मतलब यह नहीं कि कोई भी व्यक्ति न्यायपालिका को निशाना बनाए। यदि ऐसी प्रवृत्ति पर रोक नहीं लगाई गई, तो यह देश की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर सकती है।

अब सभी की नजर इस पर है कि समय रैना अगली सुनवाई में क्या जवाब देते हैं और कोर्ट उनके खिलाफ क्या अंतिम निर्णय लेता है।

--Advertisement--