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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक बड़ा झटका लगा है। गोशामहल के विधायक टी. राजा सिंह ने पार्टी के राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में वरिष्ठ नेता जी. रामचंद्र राव की संभावित नियुक्ति की अटकलों के बीच भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस कदम से राज्य भाजपा के भीतर चल रहा आंतरिक संघर्ष खुलकर सामने आ गया है।

राजा सिंह ने अपने इस्तीफे का कारण नेतृत्व में बदलाव और 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों को बढ़ावा देना बताया है। उन्होंने एक बयान में कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान से राज्य नेतृत्व में बदलाव न करने की अपील की थी, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। गौरतलब है कि राजा सिंह को पैगंबर मोहम्मद पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए पहले निलंबित किया गया था, लेकिन बाद में उनका निलंबन रद्द कर दिया गया था।

जी. रामचंद्र राव, जो पार्टी के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व एमएलसी हैं, को तेलंगाना में भाजपा अध्यक्ष पद के लिए एक प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, राजा सिंह ने रामचंद्र राव पर 2023 के विधानसभा चुनावों के दौरान 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' में शामिल होने का आरोप लगाया है। राजा सिंह का दावा है कि ऐसे व्यक्ति को नेतृत्व देना पार्टी के हितों के खिलाफ होगा।

यह घटना तेलंगाना भाजपा के भीतर चल रही आंतरिक कलह और नेतृत्व संघर्ष को उजागर करती है, खासकर तब जब पार्टी राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है। भाजपा आलाकमान अब राज्य में बढ़ते असंतोष को शांत करने और पार्टी की एकजुटता बनाए रखने की चुनौती का सामना कर रहा है। यह देखना बाकी है कि इस इस्तीफे का राज्य में पार्टी के भविष्य और आगामी चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

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