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IPL 2025 के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को गुजरात टाइटंस के खिलाफ 58 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा। गुजरात ने पहले बल्लेबाजी करते हुए साई सुदर्शन की धमाकेदार पारी के दम पर 217 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जवाब में राजस्थान की टीम निर्धारित 20 ओवर भी नहीं खेल सकी और 159 रन पर ढेर हो गई। इस हार से राजस्थान की प्लेऑफ की राह और कठिन हो गई है।

साई सुदर्शन की शानदार पारी ने दिलाई गुजरात को मजबूती

गुजरात टाइटंस की शुरुआत बेहद दमदार रही। साई सुदर्शन ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए पावरप्ले का पूरा फायदा उठाया और रनगति को थमने नहीं दिया। उनके अलावा अन्य बल्लेबाजों ने भी उपयोगी योगदान दिया, जिससे टीम 200 के पार पहुंच सकी। इस मजबूत स्कोर के बाद गेंदबाजों पर दबाव कम हो गया, और उन्होंने अपनी भूमिका बखूबी निभाई।

राजस्थान की खराब शुरुआत और संजू-हेटमायर की उम्मीद

217 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की टीम शुरुआत से ही दबाव में नजर आई। यशस्वी जायसवाल महज 6 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद नितीश राणा और ध्रुव जुरेल भी जल्दी पवेलियन लौट गए। एक समय टीम बेहद मुश्किल में थी, लेकिन कप्तान संजू सैमसन और शिमरोन हेटमायर ने पारी को संभालने की कोशिश की।

दोनों ने मिलकर 48 रनों की साझेदारी की और कुछ अच्छे शॉट लगाए जिससे लगा कि राजस्थान मुकाबले में वापसी कर सकती है। लेकिन ये उम्मीद ज्यादा देर तक नहीं टिक सकी।

संजू सैमसन का विकेट बना मैच का टर्निंग प्वाइंट

13वें ओवर में संजू सैमसन ने प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद सीधे साई किशोर के हाथों में चली गई। इस समय तक संजू 28 गेंदों में 41 रन बना चुके थे। उनके आउट होते ही राजस्थान की बल्लेबाजी बिखर गई और एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए।

अगर संजू क्रीज पर थोड़ी देर और टिके रहते, तो हेटमायर के साथ बड़ी साझेदारी बन सकती थी, जिससे राजस्थान को जीत की ओर बढ़ने का मौका मिल सकता था। लेकिन संजू का विकेट टीम के लिए भारी पड़ गया।

हेटमायर का संघर्ष और बाकी बल्लेबाजों की नाकामी

शिमरोन हेटमायर ने एक छोर से जरूर लड़ाई जारी रखी और 52 रनों की पारी खेली, लेकिन उन्हें किसी का साथ नहीं मिला। संजू के बाद शुभम दुबे, जोफ्रा आर्चर, महेश तीक्ष्णा और तुषार देशपांडे सस्ते में आउट हो गए। नतीजा यह रहा कि राजस्थान की पूरी टीम 159 रनों पर सिमट गई।

गुजरात के लिए प्रसिद्ध कृष्णा सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने चार ओवर में 24 रन देकर तीन विकेट झटके और राजस्थान की रीढ़ तोड़ दी। उनके अलावा अन्य गेंदबाजों ने भी दबाव बनाए रखा, जिससे राजस्थान की टीम कभी भी लक्ष्य के करीब नहीं पहुंच सकी।