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Up kiran,Digital Desk : रणवीर सिंह की आने वाली बड़ी फिल्म धुरंधर रिलीज से पहले ही एक बेहद संवेदनशील और भावुक विवाद में फंस गई है। यह विवाद जुड़ा है देश के एक असली हीरो, शहीद मेजर मोहित शर्मा के परिवार से। मेजर शर्मा के माता-पिता ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि यह फिल्म उनके बेटे की जिंदगी पर आधारित है और इसे बनाने से पहले उनसे कोई इजाजत नहीं ली गई। इस पूरे मामले में अब मेजर मोहित के भाई, मधुर शर्मा ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और परिवार का दर्द बयां किया है।

आखिर क्यों परेशान है शहीद का परिवार?

जब से धुरंधर का ट्रेलर आया है, सोशल मीडिया पर रणवीर सिंह के लुक और किरदार की तुलना शहीद मेजर मोहित शर्मा से की जा रही है। मधुर शर्मा का कहना है कि यही सोशल मीडिया की अटकलें उनके बुजुर्ग माता-पिता के लिए दुख का कारण बन गई हैं।

मधुर ने एक इंटरव्यू में कहा:

"जब से फिल्म अनाउंस हुई है, लाखों फॉलोअर्स वाले बड़े-बड़े मीडिया चैनल और इन्फ्लुएंसर मेरे भाई से समानताएं निकाल रहे हैं। हम बस इतना चाहते हैं कि प्रोड्यूसर सामने आकर सच बता दें।"

"हमें फिल्म से पैसा नहीं, बस सम्मान चाहिए"

मधुर ने यह भी साफ कर दिया कि उनका परिवार फिल्म से कोई पैसा या फायदा नहीं चाहता। वे बस थोड़ी संवेदनशीलता और सम्मान की उम्मीद कर रहे हैं।

"मेरे माँ-बाप फिल्म से कोई फायदा नहीं चाहते। हम बस चाहते हैं कि लोग इस बात को समझें कि एक परिवार ने अपना प्यारा बेटा खोया है। अगर फिल्म उन पर बनी है, तो बस एक बार आकर कह दें, 'सॉरी मैम, हमने आपको बताया नहीं।' और अगर नहीं बनी है, तो बस यह साफ कर दें कि ये सारी अफवाहें झूठी हैं, ताकि मेरे माता-पिता को और दुख न हो।"

दिलचस्प बात यह है कि परिवार मेजर मोहित पर फिल्म बनने के खिलाफ बिलकुल नहीं है। मधुर कहते हैं, "हमें गर्व होगा अगर उन पर फिल्म बनी। वह एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं, जो आगे बढ़नी चाहिए।"

डायरेक्टर की 'ना' के बाद भी कोर्ट क्यों गए?

इस मामले में डायरेक्टर आदित्य धर पहले ही कह चुके हैं कि यह फिल्म मेजर मोहित शर्मा पर नहीं है। तो फिर परिवार कोर्ट क्यों गया? मधुर ने बताया कि उनकी याचिका डायरेक्टर के बयान आने से 36-48 घंटे पहले ही दायर की जा चुकी थी।

कोर्ट ने क्या कहा?

दिल्ली हाई कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक तो नहीं लगाई है, लेकिन एक बहुत महत्वपूर्ण निर्देश दिया है। कोर्ट ने सेंसर बोर्ड (CBFC) से कहा है कि:

  • फिल्म को सर्टिफिकेट देने से पहले मेजर मोहित के माता-पिता की आपत्तियों पर ध्यान दिया जाए।
  • और अगर जरूरत पड़े, तो सर्टिफिकेट देने से पहले फिल्म को इंडियन आर्मी से भी रिव्यू करवाया जाए।

शहीद मेजर मोहित शर्मा 1 पैरा स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे और 2009 में एक मिशन के दौरान शहीद हो गए थे। उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च शांतिकालीन वीरता पुरस्कार 'अशोक चक्र' से सम्मानित किया गया था।