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केरल में इस साल मानसून की एंट्री ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया है। 16 साल बाद पहली बार मानसून इतनी जल्दी और जबरदस्त तरीके से केरल में पहुंचा है। यह स्थिति मौसम विभाग के लिए भी हैरानी भरी रही है, क्योंकि मानसून की शुरुआत हर साल अलग-अलग होती है, लेकिन इस बार इसका आगमन काफी जल्दी और अधिक तीव्रता के साथ हुआ है।

केरल में मानसून की इस तेज एंट्री के कारण भारी बारिश शुरू हो गई है। इससे वहां के किसानों और आम लोगों को राहत मिली है, क्योंकि लंबे समय से बारिश कम होने के कारण पानी की कमी की समस्या चल रही थी। अब उम्मीद जताई जा रही है कि मानसून की अच्छी बारिश से खेतों में फसलें बेहतर होंगी और जल स्तर भी बढ़ेगा।

मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून ने पूरे दक्षिण भारत को अच्छी बारिश दी है और अब धीरे-धीरे यह उत्तर की तरफ बढ़ रहा है। इसके चलते दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत देश के 15 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन राज्यों के लोगों को अपने-अपने इलाकों में बारिश के कारण होने वाली असुविधाओं से बचने के लिए सावधान रहने को कहा गया है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार मानसून सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद है। यह बारिश किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी क्योंकि पिछले साल कई इलाकों में सूखा पड़ा था। वहीं, शहरों में जलभराव और ट्रैफिक की समस्या भी बढ़ सकती है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।

कुल मिलाकर, इस बार के मानसून ने भारत के कई हिस्सों में खुशी और राहत दोनों लेकर आया है। बारिश की अच्छी मात्रा से पर्यावरण को भी फायदा होगा और गर्मी से राहत मिलेगी। लोगों को अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अचानक बारिश से मौसम में बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम होने का खतरा बढ़ जाता है।
 

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