
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय रियल एस्टेट बाजार में दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) ने आवास की कीमतों में वृद्धि के मामले में देश के अन्य सभी प्रमुख शहरों को पीछे छोड़ दिया है। यह क्षेत्र आवासीय संपत्तियों की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज कर रहा है, जिससे निवेशक और घर खरीदने वाले दोनों प्रभावित हो रहे हैं। इस उछाल के पीछे कई कारण हैं, जो इस क्षेत्र को आकर्षक निवेश गंतव्य बना रहे हैं।
बढ़ती मांग (Rising Demand):
दिल्ली-एनसीआर में लगातार बढ़ती आबादी, खासकर आईटी, कॉर्पोरेट और सेवा क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों के कारण, आवास की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। महानगर के पास रहने की इच्छा और बेहतर जीवनशैली की तलाश ने मांग को और बढ़ाया है।
सीमित आपूर्ति (Limited Supply):
नए निर्माण के लिए उपलब्ध भूमि की कमी और नियामक बाधाओं के कारण नए आवास परियोजनाओं की आपूर्ति सीमित है। मांग और आपूर्ति के बीच यह असंतुलन कीमतों को ऊपर धकेल रहा है।
बुनियादी ढांचे का विकास (Infrastructure Development):
क्षेत्र में मेट्रो कनेक्टिविटी, नए राजमार्गों (जैसे ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे) और आगामी हवाई अड्डों (जैसे जेवर हवाई अड्डा) जैसे प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं ने कनेक्टिविटी को बढ़ाया है, जिससे दूर के इलाके भी प्रीमियम बन गए हैं।
निवेशक विश्वास (Investor Confidence):
मजबूत आर्थिक विकास, स्थिर सरकार और रियल एस्टेट विनियमन और विकास अधिनियम (RERA) जैसे कानूनों ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया है। निवेशक अब रियल एस्टेट को एक सुरक्षित और आकर्षक निवेश विकल्प मान रहे हैं।
बढ़ते डिस्पोजेबल आय (Rising Disposable Income):
नौकरी बाजार में सुधार और वेतन वृद्धि से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ी है, जिससे वे बेहतर और महंगे घरों में निवेश करने में सक्षम हो रहे हैं।
प्रीमियम सेगमेंट की मांग (Demand for Premium Segment):
विशेष रूप से गुरुग्राम और नोएडा जैसे शहरों में लक्जरी और प्रीमियम सेगमेंट की संपत्तियों की मांग में तेजी आई है, जिससे औसत मूल्य वृद्धि पर असर पड़ा है।
सरकारी नीतियां और प्रोत्साहन:
सरकार की किफायती आवास योजनाएं और होम लोन पर ब्याज दरों में स्थिरता ने भी खरीद को बढ़ावा दिया है।
इस रैली के परिणामस्वरूप, दिल्ली-एनसीआर भारत के सबसे महंगे और गतिशील रियल एस्टेट बाजारों में से एक बन गया है। हालांकि, यह घर खरीदने वालों के लिए चुनौतियों भी खड़ी कर रहा है, खासकर मध्यम आय वर्ग के लिए।
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