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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की सियासत में हलचल और रणनीतियों का दौर अब तेज़ हो चला है। इसी कड़ी में जदयू ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और मीडिया सेल के पदाधिकारियों के लिए गया जिले के बोधगया में दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य था– बिहार और केंद्र सरकार के कार्यों को जनता तक प्रभावी तरीके से पहुंचाना।

इस कार्यशाला की खास बात ये रही कि जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए और उन्होंने बिहार की राजनीति के मौजूदा परिदृश्य पर खुलकर चर्चा की।

क्या है इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का मकसद

संजय झा ने अपने संबोधन में बताया कि यह सेमिनार जदयू मीडिया सेल के कार्यकर्ताओं के लिए एक ट्रेनिंग प्रोग्राम की तरह है। इस दो दिवसीय सेमिनार में पार्टी के सैकड़ों पदाधिकारी शामिल हुए हैं।

उनका कहना था कि हमारा उद्देश्य साफ है—बिहार में जो विकास हुआ है, उसे जनता के सामने लाना। डबल इंजन की सरकार में जो योजनाएं बनी हैं, जिनसे लोगों का जीवन बदला है, उन्हें ज़मीनी स्तर तक पहुंचाना है।

उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा बिहार को मिली मदद और आने वाले तीन वर्षों की विकास परियोजनाओं पर भी चर्चा की, जैसे—नए उद्योगों की स्थापना, आधारभूत संरचनाओं का विस्तार और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना।

तेजस्वी यादव पर निशाना

हाल ही में तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर ‘राजनीतिक हाईजैक’ का आरोप लगाया था। इस पर पलटवार करते हुए संजय कुमार झा ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के हर कोने में जा रहे हैं, लोगों से मिल रहे हैं। तेजस्वी यादव को हमारी पार्टी की चिंता छोड़कर अपनी पार्टी को संभालना चाहिए।

उन्होंने यह भी तंज कसा कि तेजस्वी अब अपनी बात कम और जदयू की बातें ज़्यादा करने लगे हैं। उन्हें पता है कि आने वाले वक्त में राजनीति की दिशा क्या होगी। इसलिए वे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

चिराग पासवान पर क्या बोले संजय झा

जब उनसे चिराग पासवान के विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया, तो संजय झा ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि वो अपना फैसला खुद लें, यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। हर किसी को चुनाव लड़ने की स्वतंत्रता है।

इस जवाब से ये साफ झलकता है कि जदयू चिराग पासवान को लेकर किसी टकराव की स्थिति नहीं बनाना चाहता, मगर अपनी रणनीतिक दूरी बनाए हुए है।

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