पंजाब की अनाज मंडियों में अन्नदाताओं की हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही, हालांकि इस दौरान बासमती धान की निजी खरीद शुरू हो गई है। इस मौके पर खेती किसानी करने वाले लोगों ने कहा कि उन्हें मंडियों में लूटा जा रहा है जबकि बासमती धान हरियाणा की मंडियों में ज्यादा दामों पर बिक रहा है।
याद दिला दें कि पहले मंडियों में कर्मचारियों की हड़ताल चल रही थी और अब 11 अक्टूबर से कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है, जिसके चलते मंडियों में धान के ढेर लग गए हैं और इसका परिणाम किसानों को भुगतना पड़ रहा है। यदि किसानों को अपनी फसलें बाजार में बिकती नहीं दिख रही हैं तो वे अपनी फसलें हरियाणा या अन्य बाजारों में ले जाने को मजबूर हैं।
इस बीच, संगरूर की अनाज मंडी में निजी तौर पर बासमती धान की खरीद शुरू हो गई, किंतु किसानों ने बताया कि यहां उन्हें कम दाम देकर लूटा जा रहा है। किसानों का तर्क है कि इस मंडी में धान तीन हजार से 3300 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है, जबकि हरियाणा या पंजाब की अन्य मंडियों में धान 3600 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है।
किसानों का यहां तक कहना है कि एक ही खेत की एक ही तरह की बासमती की फसल दो-दो ढेरी होने के बावजूद अलग-अलग रेट पर बिकती है।
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