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Up Kiran, Digital Desk: डार्विन में ऑस्ट्रेलिया ए और श्रीलंका ए के बीच खेले गए दूसरे अनाधिकारिक टेस्ट मैच का नतीजा रोमांचक तो था, लेकिन अंत में दोनों टीमें बिना किसी विजेता के मैदान से बाहर हुईं। चार दिन तक चले इस मुकाबले ने खास तौर पर क्रिकेट प्रेमियों को उत्साहित रखा। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान जेसन सांघा की बैटिंग प्रदर्शन ने इस मुकाबले की सबसे बड़ी कहानी लिखी, जिसने दर्शकों और विश्लेषकों दोनों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
25 वर्ष के सांघा ने अपनी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से डबल सेंचुरी पूरी की, जो टीम को एक मजबूत स्कोर बनाने में मददगार साबित हुई। हालांकि, कंगारू टीम इस बड़ी पारी के बावजूद श्रीलंका के खिलाफ निर्णायक बढ़त नहीं बना पाई। यह श्रृंखला अपने दोनों मैचों में बराबरी पर समाप्त हुई, जो दर्शाता है कि दोनों पक्षों के बीच प्रतिस्पर्धा बेहद करीबी रही।
सांघा की पारी खास रही क्योंकि उन्होंने लगभग 380 गेंदों का सामना करते हुए 202 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और एक छक्का शामिल था। उनका स्ट्राइक रेट 53 के आसपास रहा, जो बताता है कि उन्होंने बेहद संयमित और प्रभावी बल्लेबाजी की। इस प्रदर्शन ने न केवल टीम को संभाला, बल्कि युवा खिलाड़ी के रूप में उनकी काबिलियत भी जगजाहिर की।
श्रीलंका ए ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला लिया। लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया और छह विकेट के नुकसान पर 485 रन बनाए। पवन रत्नाके और नुवानिदु ने शतकीय पारियां खेलकर टीम को मजबूती दी। ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज जांदेन जेह ने तीन विकेट लेकर टीम को कुछ राहत जरूर दी।
जब ऑस्ट्रेलिया ए ने जवाब में बल्लेबाजी की, तो उनके बल्लेबाजों ने भी कमाल दिखाया। जेसन सांघा के अलावा सलामी बल्लेबाज जेक वेदराल्ड ने भी शानदार 183 रनों की पारी खेली, वहीं ओलीवर पीक ने 92 रन जोड़कर स्कोर को ऊंचा किया। श्रीलंकाई गेंदबाजी में निशान पिरिस ने दो सफलताएं हासिल कीं।
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