यूपी किरण डेस्क। समाजवादी पार्टी की गढ़ मानी जाने वाली लोकसभा सीट मैनपुरी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। बीजेपी नेतृत्व इस सीट से बदायूं की सांसद संघमित्रा मौर्य को मैदान में उतारने पर विचार कर रहा है। इस बीच संघमित्रा ने कहा कि अगर पार्टी ने उन्हें मैनपुरी भेजा तो वहां भी कमल खिलेगा। संघमित्रा सोमवार को पार्टी कार्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के आगमन के दौरान मीडिया से मुखातिब थी। बताते चलें कि सपा ने मैनपुरी सीट पर डिंपल यादव को मैदान में उतारा है।
संघमित्रा ने कहा कि यदि पार्टी नेतृत्व मैनपुरी भेजता है, तो वहां भी कमल खिलेगा। पिछले कई दिनों से बदायूं में चुनाव प्रचार में नहीं दिखने के सवाल पर संघमित्रा ने कहा कि यह कहना गलत है। बदायूं मेरा परिवार हैृ और रहेगा। मैंने बेटी बनकर बदायूं के लोगों की सेवा की है। इस धर्म को आजीवन निभाती रहूंगी। संघमित्रा ने कहा कि राजनीति में मेरे जैसे स्पष्ट नेता कम ही हैं। मैं जो कहती हूँ, उसे करती हैं। अपने वचन से पलटना मेरे स्वभाव में नहीं है।
गौरतलब है कि गत दो अप्रैल को बदायूं क्लब में मुख्यमंत्री के लिए सजे प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के मंच पर बीजेपी सांसद संघमित्रा के आंसू छलक गए थे।। सियासी हलकों में इसे टिकट कटने का दर्द कहा गया। हालांकि बदायूं में पार्टी प्रत्याशी दुर्विजय सिंह शाक्य के चुनाव-प्रचार में वह लगातार सक्रिय नजर आ रही हैं। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के कार्यक्रम के दौरान भी संघमित्रा सक्रिय थी।
इस दौरान मीडिया की तरफ से संघमित्रा से उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर भी सवाल किये गए। स्वामी प्रसाद मौर्य के पिछले विवादिर बयानों को लेके पूछे गए सवालों पर संघमित्रा ने कहा कि इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती। संघमित्रा ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है और परिवार अपनी जगह। मैं दोनों को साथ लेकर चल रही हूँ। फिलहाल मैं बीजेपी में हूँ और इसी में बनी रहूंगी।
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