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Up Kiran, Digital Desk: किस्मत कब, कहां और कैसे पलट जाए, कोई नहीं जानता। तेलंगाना के खम्मम जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले अजय ओगुला के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। चार साल पहले जो नौजवान आंखों में एक पक्का घर बनाने का सपना लिए और परिवार की गरीबी दूर करने की उम्मीद में यूएई (दुबई) में ड्राइवरी करने गया था, आज वो रातों-रात 33 करोड़ रुपये का मालिक बन गया है।

जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना। अजय ने यूएई में 'एमिरेट्स ड्रॉ EASY6' नाम की एक लॉटरी में 15 मिलियन दिरहम का जैकपॉट जीता है, जो भारतीय रुपयों में लगभग 33 करोड़ रुपये बनते हैं।

गरीबी से 33 करोड़ तक का सफर

अजय की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। वह खम्मम जिले के व्यरा मंडल के थुनिकिनपाडु टांडा के एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं। परिवार की आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए वह चार साल पहले दुबई में एक ड्राइवर की नौकरी करने चले गए थे। वहां मेहनत-मजदूरी करके जो भी कमाते, घर भेज देते ताकि परिवार का गुजारा चल सके और एक पक्का मकान बनाने का सपना पूरा हो सके।

अपनी किस्मत आजमाने के लिए अजय अक्सर लॉटरी के टिकट खरीदते रहते थे। इस बार जब उन्होंने 'एमिरेट्स ड्रॉ' की दो टिकटें खरीदीं, तो उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि ये कागज के टुकड़े उनकी सात पुश्तों की जिंदगी बदलने वाले हैं।

गांव में खबर पहुंची तो थम गईं सांसें

जैसे ही यह खबर अजय के गांव में उनके परिवार तक पहुंची, तो एक पल के लिए किसी को यकीन ही नहीं हुआ। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। अजय की मां लक्ष्मी और भाई मलेश की आंखों में खुशी के आंसू थे।

उनके भाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हमारा परिवार बहुत मुश्किलों से गुजरा है। अजय हमेशा से बस एक अच्छा सा घर बनाने का सपना देखता था ताकि हमारा परिवार आराम से रह सके। आज भगवान ने हमारी सुन ली है। हमें यकीन नहीं हो रहा कि हमारा भाई अब करोड़पति बन गया है।"

पूरे गांव में जश्न का माहौल है और हर कोई अजय की इस कामयाबी पर फूला नहीं समा रहा है। अजय ओगुला की यह कहानी हमें यकीन दिलाती है कि अगर मेहनत और किस्मत का साथ हो, तो सपने सच होने में देर नहीं लगती।