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Earthquake Alert: दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप सुबह करीब 5.37 बजे महसूस किया गया। भूकंप इतना तेज था कि कुछ इमारतें हिल गईं और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। कई लोग आतंक के साये में थे।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 4.0 थी। इसका केंद्र दिल्ली में जमीन से 5 किलोमीटर नीचे था। दिल्ली में कम गहराई और केंद्र होने के कारण भूकंप की तीव्रता दिल्ली-एनसीआर में अधिक महसूस की गई।
जहां एक ओर दिल्ली में भूकंप की खबर है, वहीं वैज्ञानिकों ने दुनिया के दूसरे हिस्से में बड़े भूकंप का दावा किया है। वैज्ञानिकों ने आशंका व्यक्त की है कि इस्तांबुल में आने वाले बड़े भूकंप में लाखों लोग मारे जायेंगे।
वैज्ञानिकों के अनुसार, दुनिया के कुछ हिस्सों में लाखों लोग बड़े भूकंप का शिकार बनेंगे। ग्रीस के तट पर भूकंप की एक श्रृंखला ने दहशत फैला दी है। पिछले दो सप्ताह में ग्रीक द्वीप सेंटोरिनी पर लगभग 8,000 भूकंप महसूस किये गये हैं।
ग्रीस के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल सेंटोरिनी में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी गई है। इसके अलावा दुनिया भर के कई देशों में इस पर अध्ययन शुरू हो चुके हैं। इसलिए लोगों में भय का माहौल है।
जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के वैज्ञानिक मार्को बोह्नहॉफ के अनुसार, यदि हम भूकंप के इतिहास पर नजर डालें तो इस्तांबुल में हर 250 साल में बड़े भूकंप आते हैं। आखिरी बड़ा भूकंप 1766 में आया था, जिससे व्यापक विनाश हुआ था।
बोन्हॉफ ने विभिन्न भूवैज्ञानिक मॉडल डेटा का हवाला देते हुए यह भी कहा कि अगले कुछ दशकों में बड़े भूकंप आने की संभावना 80 प्रतिशत तक है। भूकंपविज्ञानी नासी गोरुर ने भी यही चिंता व्यक्त की है और चेतावनी दी है। इस बड़े भूकंप के कारण इस्तांबुल में 100,000 इमारतों के ढहने का खतरा है।