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Up Kiran, Digital Desk: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम ज़िले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच चल रही झड़प ने एक बार फिर घाटी की सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार को हुए इस संघर्ष में दो बहादुर सैनिकों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण गंवा दिए, जबकि चार अन्य घायल हैं और उनका इलाज सैन्य अस्पताल में चल रहा है।

इस ऑपरेशन के दौरान अब तक तीन आतंकियों के मारे जाने की खबरें हैं। हालांकि, फिलहाल सुरक्षा एजेंसियों ने सिर्फ एक आतंकी के शव की पुष्टि की है। अन्य आतंकियों की पहचान और पुष्टि के प्रयास जारी हैं।

भारतीय सेना ने साझा की शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि

भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर एक संदेश जारी करते हुए अपने दो वीर सपूतों—लेफ्टिनेंट कर्नल प्रितपाल सिंह और सिपाही हरमिंदर सिंह—को श्रद्धांजलि दी। सेना ने उन्हें ‘अविस्मरणीय बलिदान’ का प्रतीक बताया और कहा कि उनका साहस आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।

क्या है ऑपरेशन 'अखल'?

1 अगस्त से चल रहा यह आतंकवाद-रोधी अभियान एक सुनियोजित प्रयास है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में सक्रिय उग्रवादी नेटवर्क को जड़ से खत्म करना है। भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान को एक विशेष खुफिया सूचना के आधार पर अंजाम दिया गया।

पहले दिन हुई गोलीबारी के बाद इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया था, लेकिन खराब मौसम और रात की वजह से ऑपरेशन कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया। अगले दिन सुबह होते ही अभियान दोबारा शुरू किया गया, जिसमें सुरक्षा बलों को आतंकियों के साथ फिर से मुठभेड़ करनी पड़ी।

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